मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी ने आज आगरा मेट्रो के द्वितीय चरण के तहत निर्माणाधीन टनल से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मोती कटरा क्षेत्र में क्षतिग्रस्त भवनों और वहां हो रही मरम्मत कार्यों की स्थिति का आकलन किया गया।
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने भवनों की मरम्मत कार्य की गुणवत्ता पर असंतोष व्यक्त करते हुए परियोजना निदेशक को कड़ी हिदायत दी। उन्होंने कहा कि टनल निर्माण के कारण क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत न केवल गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए, बल्कि भवन मालिकों को भी पूरी संतुष्टि मिलनी चाहिए।
मकान मालिकों की संतुष्टि प्राथमिकता
मंडलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मरम्मत कार्य मानकों के अनुरूप हों और मकानों को उनकी पूर्व स्थिति में लाने का हरसंभव प्रयास किया जाए। साथ ही, मकान मालिकों की संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए मरम्मत के बाद सफेदी और अन्य सुधार कार्य भी किए जाएं।
उन्होंने उपजिलाधिकारी (सदर) को निर्देशित किया कि क्षेत्रीय पार्षदों के माध्यम से सभी क्षतिग्रस्त मकानों की सूची तैयार की जाए। इन मकानों का नगर निगम और मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारियों के साथ मिलकर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के जरिये पुनः सर्वेक्षण कराया जाए।
आईआईटी रुड़की से मरम्मत की जांच का आदेश
मरम्मत की गुणवत्ता की जांच के लिए मंडलायुक्त ने आईआईटी रुड़की से विशेषज्ञ टीम द्वारा सर्वे कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य की जांच रिपोर्ट के आधार पर मकान मालिकों को उनके मकान सौंपे जाएं।
पानी और सीवरेज की समस्याओं पर ध्यान
टनल निर्माण के कारण प्रभावित पानी और सीवरेज व्यवस्था पर भी मंडलायुक्त ने चिंता जताई। उन्होंने नगर निगम को निर्देशित किया कि वह इस समस्या का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करे।
क्षतिग्रस्त मकानों का दौरा
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने प्रभावित मकान मालिकों, जिनमें श्रीमती रजनी यादव, श्री कमल जैन, और श्री गौरव शर्मा शामिल हैं, से मुलाकात की। मकान मालिकों ने बताया कि टनल निर्माण के कारण उनके मकानों को भारी क्षति पहुंची है।
मंडलायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके मकानों की मरम्मत पूरी तरह मेट्रो कारपोरेशन के माध्यम से कराई जाएगी और मकानों को उनकी पूर्व स्थिति में लौटाया जाएगा। उन्होंने कहा, “मकान मालिकों को संतुष्ट करना हमारी प्राथमिकता है। मरम्मत कार्य के बाद मकान बिल्कुल पहले की तरह ही दिखेंगे।”
भविष्य के लिए दिशा–निर्देश
मंडलायुक्त ने मेट्रो कारपोरेशन को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि मरम्मत और रंगाई–पुताई के कार्य भवन स्वामी की सहमति के साथ हों। उन्होंने जोर दिया कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और मरम्मत कार्य की हर प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए।
यह निरीक्षण आगरा मेट्रो के द्वितीय चरण के कार्यों को तेजी और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के प्रयासों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।