आज शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बारावफात त्यौहार को लेकर हुई बैठक में शहर के मुस्लिम वर्ग के गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए ज़िलाधिकारी ने इस पवित्र त्यौहार को भाईचारा और सद्भाव के साथ मनाने की अपील करते हुए कहा कि इस मौक़े पर ज़िला प्रशासन की ओर से कोई कमी नहीं रहे, ऐसा हमारा प्रयास है।
जिलाधिकारी ने प्रशासन के समस्त अधिकारियों से कहा कि जो अधूरे काम हैं उन्हें इन दो-तीन दिनों में पूरा कराया जाये। अवांछनीय तत्वों पर प्रशासन और पुलिस विभाग पैनी नज़र रखे हुए हैं। इस मौक़े पर अगर कोई भी शांति भाग करने की कोशिश करेगा तो उस से कड़ाई से निपटा जायेगा। २८ सितंबर को बारावफात और गणपति विसर्जन दोनों एक साथ पड़ रहे हैं। इस दिन हमेशा की तरह प्रेमभाव दिखाते हुए दोनों पवित्र त्यौहार मनाऐं।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि मोहल्लावार पीस कमेटियों में नई पीढ़ी के युवकों को भी जोड़ा जाएगा क्योंकि जब तक आज का नौजवान आगे आकर शांति व्यवस्था क़ायम रखने में सहयोग नहीं करेगा, तब तक समाज में सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अधिकतर नई पीढ़ी ही क़ानून को अपने हाथ में लेती है। जब वे ये समझने लगेंगे कि क़ानून को हाथ में लेने से कितनी हानि हो सकती है तो उनमें भी सुधार आ जाएगा।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस मौक़े पर अवांछनीय तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के अदिश दिये गये हैं ताकि दोनों त्यौहार शांतिमय वातावरण में मनाये जा सकें।
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर केशव कुमार चौधरी ने कहा कि आगरा पुलिस पूरी तरह सक्रीय है. थाना स्टारों पर मीटिंग कर लोगों को अच्छी तरह अवगत करा दिया गया है कि शान्ति भाग करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
इस मौके पर हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष डॉ० सिराज कुरैशी ने कहा कि इस सुलहकुल की नगरी का सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखना है और अवांछनीय तत्वों और अफवाहें फैलाने वालों पर केवल प्रशासन और पुलिस को ही नहीं, बल्कि हम सब को भी नज़र रखनी होगी।
डॉ० कुरैशी ने जिलाधिकारी से बारावफात और गणपति विसर्जन वाले दिन शराब की दुकानें बंद करने के आदेश जारी करने की अपील भी की।
इस मौक़े पर हाजी बिलाल, मो० शरीफ़ कला, हाजी जमीलुद्दीन, हाजी असलम, अदनान क़ुरैशी, हाजी मंज़ूर, समी आगाई, इस्फ़हान सलीम, बुन्दन मियाँ, मुजम्मल हसन आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और प्रशासन एवं पुलिस विभाग को विश्वास दिलाया कि दोनों त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न होंगे तथा आगरा का भाईचारा क़ायम रहेगा।
बैठक में समस्त प्रशासनिक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। शहर में छोटे-बड़े लगभग एक दर्जन जुलूस इस मौक़े पर निकाले जाते हैं।