2021 में तैयार किये गए आगरा मास्टर प्लान को ठीक से क्रियान्वित करने में विफल रहे आगरा विकास प्राधिकरण ने अब 2031 के मास्टर प्लान के दायरे को बढ़ाने में जुट गया है। आगरा शहर के अनियोजित और एक ही दिशा में हो रहे विकास के मद्देनज़र मास्टर प्लान 2031 का दायरा बढ़ाकर उसमें नए क्षेत्र जोड़े जाने की तैयारी है।
इस मास्टर प्लान में न सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र बढ़ेगा, बल्कि हाइवे फैसिलिटी प्लान के तहत शमसाबाद मार्ग से लेकर तांतपुर, फतेहपुर सीकरी तक क्षेत्र बढ़ सकता है। आगामी 10 साल के विजन को लेकर तैयार हो रहा मास्टर प्लान पिछले तीन साल से अधूरा पड़ा है।
आगरा मास्टर प्लान 2031 में लैंड यूज व पार्कों को लेकर सबसे ज्यादा आपत्तियाँ हैं, जिनका निस्तारण कमेटी को करना है। करीब तीन माह बाद भी कमेटी निस्तारण नहीं कर सकी है। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मास्टर प्लान का दायरा बढ़ाने और जल्द आपत्तियों को निस्तारित करते हुए फाइनल प्लान प्रस्तुत करने के निर्देश एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ को दिए हैं।
आगरा मास्टर प्लान 2031 में आवासीय क्षेत्र अधिक हैं। इसमें औद्योगिक क्षेत्र बढ़ाने के निर्देश भी मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने एडीए को दिए हैं। नए सिरे से मास्टर प्लान में संशोधन के बाद प्लान को बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। बोर्ड में पास होने के बाद प्लान लागू होने के लिए शासन भेजा जाएगा।
कीठम स्थित इको सेंसेटिव जोन (ईएसजेड) का दायरा एक किमी है। ऐसे में मास्टर प्लान में ईएसजेड क्षेत्र को छोड़कर लैंड यूज का प्रावधान किया गया है। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि मास्टर प्लान को ईएसजेड के बाहर रखा है। इससे ईएसजेड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।