आगरा मंडल के फ़िरोज़ाबाद ज़िले में दरोगा दिनेश कुमार मिश्रा की कुछ दिन पहले गोली मारकर हत्या (Sub-Inspector Dinesh Mishra murder) करने वाला मृतक दरोगा का निजी सहायक धीरज ही निकला। पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में धीरज ने दरोगा दिनेश कुमार मिश्रा की हत्या करना स्वीकार किया है और इसके लिए दरोगा से कुछ दिन पहले पैसों को लेकर हुए विवाद को ज़िम्मेदार ठहराया है।
फिरोजाबाद के अरांव थाने में तैनात दारोगा दिनेश कुमार मिश्रा की विगत गुरुवार की रात्रि विवेचना से लौटते समय हत्या (Sub-Inspector Dinesh Kumar Mishra murder) कर दी गई थी। घटना के समय उनका निजी सहायक कालिंदी विहार का रहने वाला धीरज भी था। उसी ने सबसे पहले पुलिस और दारोगा की पत्नी को फोन कर गोली मारे जाने की सूचना दी थी। दरोग़ा हत्याकांड (Sub-Inspector Dinesh Mishra murder) का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आगरा राजीव कृष्ण ने आधा दर्जन पुलिस टीमों का गठन किया था। दरोग़ा दिनेश मिश्रा की सर्विस पिस्टल उनके पास ही मिली, और कोई लूट के निशान भी नहीं थे। धीरज के अनुसार उसको पता ही नहीं चला कब दरोग़ा मिश्रा को गोली लगी और वे अचानक मोटरसाइकिल समेत गिर पड़े।
फ़ोरेंसिक टीमों ने घटनास्थल पर पहुँच कर घटना को ‘रिक्रिएट’ करने की कोशिश की, और आसपास का इलाक़ा छान मारा लेकिन धीरज के बताये हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) फ़िरोज़ाबाद विजय सिंह ने बताया कि घटना को रिक्रिएट करते समय फ़ोरेंसिक वैज्ञानिकों के शक की सुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दरोग़ा की गर्दन पर मिले ‘पाउडर बर्न’ के निशान पर गई। ऐसा निशान केवल तभी बन सकता है जब बेहद क़रीब से गोली मारी गई हो।
जब धीरज को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सारा सच उगल दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह बेरोज़गारी और पत्नी द्वारा छोड़ दिये जाने से बहुत परेशान रह रहा था और नशा करने लगा था। उसने बताया, वह तीन माह से दारोगा के साथ रह रहा था। प्रतिमाह 10 हजार रुपये देने की बात कही थी, लेकिन दो महीने से पैसे नहीं दिए थे। उसने बेटी की फीस भरने और किताबें खरीदने के लिए रुपये मांगे, तो उसे अपमानित किया।
बाइक पर चलते समय इसी बात को लेकर उसका दारोगा से विवाद हो गया। थाने लौटते समय उसने काफी शराब पी रखी था। सुनसान इलाका देख लघु शंका करने के बहाने बाइक रुकवाई और दारोगा से झगड़ा करने लगा। इसी दौरान उसने तमंचे से गोली मार दी (Sub-Inspector Dinesh Mishra murder)। गोली गर्दन के पिछले हिस्से में लगी और पार निकल गई।
इसके बाद उसने बदमाशों द्वारा गोली मारकर भागने की जानकारी पुलिस को दी। अब उसको अपने किए पर पछतावा हो रहा है क्योंकि अगर वह नशे में नहीं होता तो वह ऐसी गलती बिलकुल नहीं करता। दरोग़ा मिश्रा ने उसको उसकी बेरोज़गारी पर तरस खाकर नौकरी दी थी, और उसने उनकी ही हत्या (Sub-Inspector Dinesh Mishra murder) कर दी।
धीरज की निशानदेही पर घटना स्थल के पास भूसे की बुर्जी में छुपाया तमंचा बरामद कर लिया है। एसपी ने बताया, हत्यारोपित धीरज के पिता रामबाबू शर्मा भी दारोगा थे। वह वर्ष 2010 में सेवानिवृत्त हुए और 2021 में उनकी मृत्यु हो गई थी।
हालाँकि पुलिस ने इस घटना के खुलासे के बाद धीरज को जेल भेज दिया है, लेकिन दरोग़ा मिश्रा का परिवार इस खुलासे से संतुष्ट नहीं है। उनके अनुसार कहानी कुछ और ही है। मृतक दरोग़ा दिनेश मिश्रा के छोटे भाई राजेश मिश्रा ने इस खुलासे को लेकर तमाम सवाल खड़े कर दिये हैं। उन्होंने पूछा कि धीरज केवल पैसों को लेकर नाराज़गी में अपने मार्गदर्शक और बड़े भाई जैसे दरोग़ा दिनेश मिश्रा की हत्या (Sub-Inspector Dinesh Mishra murder) क्यों करेगा? उन्होंने सवाल किया कि धीरज के पास दरोग़ा मिश्रा को मारने के लिए तमंचा कहाँ से आ गया, जबकि वह उस समय मृतक दरोग़ा के साथ ही मोटरसाइकिल पर बैठा था? धीरज को जिसने तमंचा दिया उसको पुलिस ने गिरफ़्तार क्यों नहीं किया है? मृतक दरोग़ा ने विवेचना पर जाने से पहले अपनी पत्नी रजनी से बड़ी धनराशि ली थी, वह धनराशि भी ग़ायब है।
राजेश मिश्रा ने कहा कि उनका परिवार ख़ुद इस हत्याकांड की जाँच करेंगे और सच्चाई को सामने लायेंगे।
दिनांक 03.08.2023 को जनपद फिरोजाबाद में हुयी उप निरीक्षक हत्या की घटना का 24 घण्टे के अन्दर किया गया सफल अनावरण ।
•विवेचना से लौटते वक्त उ0नि0 दिनेश कुमार मिश्रा की गोली मारकर हुई थी दुखद हत्या ।
•उ0नि0 के साथ मौजूद उनका नौकर ही निकला हत्यारा । pic.twitter.com/1SPKlxHFFf— Firozabad Police (@firozabadpolice) August 5, 2023