सरकारी अस्पतालों की बदइंतजामी और निजी अस्पतालों की मुनाफाखोरी के जंजाल में फंसे हुए आम आदमी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” (Ayushman Bharat) एक वरदान की तरह साबित हुई है।
अगर आगरा की बात करें तो इस जिले में अभी तक आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat) के द्वारा ही लगभग 20436 मरीजों को नई जिंदगी मिल चुकी है। इस योजना के तहत कैंसर, किडनी, लिवर, और हृदयरोग जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज हुआ है।
योजना के समन्वयक डॉ0 आशीष कुमार ने बताया कि सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना 2011 की लिस्ट में शामिल 78 हजार परिवार इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। इनमें 8.92 लाख सदस्य हैं और सालाना पांच लाख रूपये तक का प्रति परिवार बीमारी पर खर्च बिलकुल मुफ्त है। योजना में करीब 1500 बीमारियों के उपचार / ऑपरेशन की सुविधा है। 23 अक्टूबर 2018 को शुरू हुई इस योजना में अब तक 20436 मरीजों को पूरी तरह फ्री उपचार मिल चुका है। इसमें ऐसे रोगी हैं जो गंभीर रोग से ग्रसित थे लेकिन आर्थिक वजहोँ से महंगे ऑपरेशन कराने में सक्षम नहीं थे। आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat) में इनका फ्री उपचार मिलने से इन्हें नयी ज़िंदगी मिली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अगर कोई योजना में रजिस्टर्ड हॉस्पिटल इलाज करने में आनाकानी करता है तो इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 180018004444 और 14555 पर की जा सकती है।
जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक गौरव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि आगरा में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat) में 62 अस्पताल पंजीकृत हैं। इनमें 40 निजी अस्पताल, 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एस एन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, लेडी लायल और मानसिक स्वास्थ्य संस्थान भी शामिल हैं। 78 हज़ार परिवारों के 8.92 लोगों में से 2.15 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड भी बनाये गए हैं। लाभार्थी पंजीकृत अस्पतालों में जाकर वर्तमान में भी गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं।