देश भर में व्याप्त नवहिन्दुत्ववाद की असहिष्णुता से आज आखिरकार सुलहकुल की नगरी आगरा का परिचय हो ही गया। देश भर में सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल बनने वाले आगरा में आज हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धारा 144 और महामारी क़ानून का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन करते हुए सेंटा क्लॉज़ का पुतला फूंक दिया और स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही।
आगरा के महात्मा गाँधी मार्ग पर स्थित सेंट जॉन्स कॉलेज के चौराहे पर हुई इस घटना में ईसाइयों के पवित्र त्यौहार क्रिसमस से महज एक दिन पूर्व अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने क्रिसमस का प्रतीक माने जाने वाले महान संत निकोलस के स्वरुप सेंटा क्लॉज़ का पुतला ही नहीं फूंका, बल्कि “सेंटा क्लॉज़ मुर्दाबाद” जैसे नारे भी लगाए।
पुतला दहन करने वाले हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं ने बाद में बयान दिया कि क्रिसमस त्यौहार पर सेंटा क्लॉज़ की आड़ में ईसाई समाज लगातार धर्मांतरण के प्रयास में लगा हुआ है जिसका हम हिंदुत्ववादी संगठन प्रखर विरोध करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् और राष्ट्रीय बजरंग दल के महामंत्री अज्जू चौहान ने कहा कि इस क्रिसमस के मौके पर छोटे-छोटे बच्चों को सेंटा क्लॉज़ बना कर ईसाइयत की ओर उनका झुकाव करने की कोशिश की जाती है। चौहान ने आरोप लगाया कि सेंटा कोई उपहार देने नहीं आता है, उसका एक ही लक्ष्य रहता है कि हिन्दू वर्ग का धर्मान्तरण किया जाए और जो बच्चे ऐसा नहीं करते हैं उन्हें ईसाई मिशनरी अपने स्कूलों में सजा देते हैं। यह अब चलने वाला नहीं हैं। अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् और राष्ट्रीय बजरंग दल इसका पुरजोर विरोध करता है। धर्मान्तरण की कोई भी कोशिश सफल नहीं होने दी जाएगी। अगर इसपर रोक नहीं लगी तो मिशनरी स्कूलों पर जाकर धरना और आंदोलन किये जाएंगे।
राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष अवतार सिंह गिल ने बताया कि ईसाई मिशनरी जहाँ एक ओर बड़े – बड़े स्कूल चला रही हैं, वहीँ कुछ हिन्दुओं को अपनी ओर करके अनेक बस्तियों में जाकर हिन्दू परिवारों को लालच देकर उनका धर्मांतरण कर रही हैं, जिसके विरोध के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल द्वारा टीमें गठित की जायेंगीं। यह टीमें बस्तियों, मोहल्लों आदि में नजर रखेंगीं ताकि धर्म परिवर्तन के ऐसे कुत्सित प्रयास विफल हो जाएँ। अगर कोई मिशनरी ऐसा करता हुआ पाया जायेगा तो उसके खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल सख्त कार्यवाही करेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता विजय उपाध्याय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह सब स्वांग केवल आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किये जा रहे हैं ताकि उन्माद फैलाया जा सके, लेकिन ऐसे उन्माद फैलाने से चुनाव नहीं जीते जा सकते, केवल शहर और प्रदेश का वातावरण दूषित होता है। जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और ईसाई समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इस प्रयास को लेकर सम्बंधित पक्ष के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए।