विश्व की अजूबी इमारत और प्रेम की निशानी ताजमहल के रखरखाव और सुरक्षा पर राज्य और केंद्र सरकार का विशेष ध्यान रहता है। शासन और प्रशासन भी उच्चतम न्यायालय के उन आदेशों का पालन करता है जो ताज के रखरखाव हेतु दिए गए हैं।
लेकिन इसके बाद भी विगत दिवस ताजमहल के साये में मेहताब बाग़ परिसर के अंदर सभी नियमों को ताक पर रहकर विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जिसके बाद पुरातत्व विभाग हरकत में आ गया है।
ताजमहल में तैनात भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक अधिकारी ने बताया है कि मेहताब बाग़ के ठेकेदार विनोद यादव की वजह से ही मेहताब बाग़ में शादी का आयोजन किया गया है। आगरा के अधीक्षण पुरातत्वविद ने मेहताब बाग़ की पार्किंग में हुए विवाह आयोजन के सम्बन्ध में पार्किंग ठेकेदार को नोटिस दे दिया है तथा मुख्यालय को भी सूचना दे दी गयी है।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैम्बर के सचिव विशाल शर्मा ने बताया कि ताजमहल और आगरा की अन्य इमारतों का दीदार करने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में स्वदेशी एवं विदेशी पर्यटक आगरा पधारते हैं। वहीँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रो – पुअर टूरिज्म प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर ताजमहल के ठीक पीछे कछपुरा क्षेत्र में बने 11 सीढ़ी स्मारक के सामने मॉडर्न पार्किंग भी बनवाई है। इस पार्किंग में कैंटीन से लेकर विश्राम घर तक की व्यवस्था है, जिसका मुखयमंत्री स्वयं भी निरीक्षण कर चुके हैं।
लेकिन इस पार्किंग के ठेकेदार ने ASI और जिला प्रशासन को गुमराह करके एक शादी समारोह का आयोजन करा दिया। जबकि पार्किंग में ठेकेदार को पार्किंग और कैंटीन के अलावा और कोई भी व्यावसायिक गतिविधियां करने की अनुमति नहीं दी गई है। विगत दिवस पार्किंग ठेकेदार ने पर्यटकों के लिए बने आलीशान विश्राम गृह के कमरों को खोलते हुए और टेंट लगवा कर वहीं विवाह समारोह का आयोजन किया जाना माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों की खुली अवहेलना है।
शर्मा ने बताया कि ताजमहल के 500 मीटर की दूरी पर बनी पार्किंग में न केवल तेज आवाज में संगीत बजाया गया, बल्कि गोबर से बने उपले भी जलाये गए, जिनपर TTZ क्षेत्र में पूर्ण प्रतिबन्ध है और उल्लंघन पर सजा का प्रावधान है। इसके बाद भी ठेकेदार द्वारा पार्किंग में हुई शादी में तंदूर जलाया गया और सरकारी बिजली का भी दुरूपयोग किया गया।
बताया जा रहा है कि जैसे ही स्थानीय लोगों एवं पर्यटन संस्थाओं को इसकी भनक लगी, तो उन्होंने इसका विरोध किया। विरोध शुरू होते ही ASI और उत्तर प्रदेश पर्यटन के अधिकारी निरीक्षण करने के लिए तुरंत शादी समारोह स्थल पर पहुँच गए। ठेकेदार को नोटिस देकर स्पष्टीकरण माँगा गया है।
इस प्रकरण पर पर्यटन विभाग के प्रबंधक अतुल रोहतगी ने बताया कि पूरे मामले का संज्ञान लिया गया है। रोहतगी ने शादी समारोह होने की पुष्टि की और साथ ही बताया कि ठेका निरस्त किये जाने के लिए मुख्यालय को अनुशंसा करते हुए रिपोर्ट प्रेषित की गयी है।
सामाजिक कार्यकर्त्ता आमिर का कहना था कि ठेकेदार द्वारा अगर नियमों की अवहेलना ऐसे खुलेआम की जा रही थी, तो मेहताब बाग़ पर तैनात पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों को इसकी भनक कैसे नहीं लगी? आमिर के अनुसार पार्किंग में शादी का आयोजन कोई छोटी – मोती घटना नहीं है जिसके बारे में पता ही न लगे। जब स्थानीय लोगों को इसका पता लग गया तो मेहताब बाग़ के खैरख्वाह पुरातत्व विभाग को इसका पता न चलना आश्चर्यजनक है और कई सवाल खड़े करता है।