विश्व की अजूबी इमारत ताजमहल का दीदार करने की तमन्ना भारत आने वाले हर VVIP के साथ साथ विश्व के हर व्यक्ति की रहती है। शायद इसी तमन्ना को लेकर डेनमार्क की प्रधानमन्त्री मेटे फ्रेड्रिक्सन आज आगरा पहुंचीं।
आगरा के हवाई अड्डे पर कमिश्नर अमित गुप्ता और ADG राजीव कृष्ण एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। हवाई अड्डे पर प्रधानमन्त्री और उनकी टीम ने मयूर नृत्य का आनंद लिया और होटल अमर विलास के लिए रवाना हो गयीं।
आज रविवार की सुबह 8:30 बजे वे गोल्फ कार्ट से वे ताजमहल का दीदार करने पहुंचीं। ताजमहल में प्रवेश करते ही वे उसकी सुंदरता को देखकर अभिभूत हो गयीं और गाइड से ताजमहल की स्थापत्य कला और उसके इतिहास के बारे में पूरे ध्यान से सुनकर ख़ुशी का इजहार किया।
प्रधानमन्त्री के दौरे के समय ताजमहल में दो घंटे के लिए पर्यटकों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। ताजमहल 8:30 से 10:30 बजे तक पर्यटकों के लिए बंद रहा जबकि आगरा किला 9:50 से 11:50 तक बंद रखा गया।
ताजमहल के बाद प्रधानमन्त्री फ्रेड्रिक्सन आगरा किले का दीदार करने पहुंचीं। उनके किले में पहुँचने से पहले ही किले में भी आम जनता के लिए प्रवेश वर्जित कर दिया गया था और पहले से मौजूद पर्यटकों को भी बाहर जाने को कह दिया गया था। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त डेनमार्क का भी सुरक्षा दस्ता प्रधानमन्त्री फ्रेड्रिक्सन के साथ मौजूद रहा।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैम्बर के सचिव विशाल शर्मा ने डेनमार्क की प्रधानमन्त्री के आगरा दौरे का स्वागत किया लेकिन साथ ही उनके दौरे के समय स्मारक बंद कर दिए जाने से पर्यटकों को हुई असुविधा का मुद्दा भी उठाया। शर्मा का कहना था कि पूर्व में कई बार पर्यटन संस्थाओं द्वारा यह मुद्दा उठाया गया है और कोरोना काल से पहले इस सम्बन्ध में प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ इस सम्बन्ध में हुई वार्ता में यह सहमति भी बन गई थी कि आमतौर पर अति-विशिष्ट अतिथियों के आगमन पर ताजमहल को पर्यटकों के लिए बंद नहीं किया जायेगा, अपितु सभी पर्यटक सेन्ट्रल टैंक के एक तरफ रहकर ताजमहल का दीदार कर सकेंगे, जबकि अति-विशिष्ट अतिथि टैंक के दूसरी तरफ रहकर ताजमहल का भ्रमण कर सकते हैं।
शर्मा ने कहा कि हर वर्ष ताजमहल दर्जनों अति – विशिष्ट अतिथि ताजमहल का भ्रमण करने आगरा आते हैं और अगर इसी तरह ताजमहल को हर अतिथि के आने के समय पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाएगा तो इससे पर्यटन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा क्योंकि ताजमहल के बंद होने से पर्यटकों को असुविधा होती है और उनका समय भी बर्बाद होता है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में आगरा की पर्यटन संस्थाओं को एकजुट होकर पर्यटन हित में आवाज उठानी होगी। उन्होंने संकेत दिया कि इस मुद्दे पर जल्दी ही एक बैठक प्रशासन और पर्यटन अधिकारियों के साथ हो सकती है।