तिरंगे के अपमान में नामजद किए गए आगरा के शहर मुफ़्ती खुबेब रूमी (Mufti Rumi) के समर्थन में गुरुवार को जामा मस्जिद से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकालना और बिना अनुमति भीड़ इकट्ठी करना अब जुलूस के आयोजकों पर भारी पड़ गया है।
आगरा पुलिस ने बलवा करने तथा धारा 144 और महामारी अधिनियम के उल्लंघन के तीन मुकदमे दर्ज किए हैं जिनमें 60 लोग नामजद किए गए हैं, वहीं 350 लोगों को अज्ञात आरोपी बनाया गया है। मुकदमे थाना मंटोला और नाई की मंडी में दर्ज किए गए हैं और पुलिस अब आरोपियों की गिरफ़्तारी के प्रयास कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि थाना मंटोला में सोशल मीडिया पर मेसेज वायरल करने और भीड़ जुटाने वाले लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके बाद जुलूस के आयोजकों में खलबली है। 14 लोगों को इस मुकदमे में नामजद किया गया है। वहीं कलेक्ट्रेट में भीड़ जुटाने और प्रदर्शन करने के लिए एक अलग मुकदमा थाना नाई की मंडी में दर्ज किया गया है जिसमें 24 लोगों को नामजद किया गया है।
सूत्रों के अनुसार हाजी जमीलउद्दीन समेत की मुस्लिम नेताओं के नाम इस मुकदमे में शामिल किए गए हैं और इनकी गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। चूंकि 20 तारीख को जुमे की नमाज और मुहर्रम की दसवीं तारीख भी है, इसलिए पुलिस और एलआईयू को एलर्ट पर रखा गया है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती रहेगी और किसी भी प्रकार की अराजकता फैलाने वालों बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि गुरुवार को जामा मस्जिद से निकले इस जुलूस में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए थे और कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाल कर उन्होंने इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरेशी के खिलाफ नारेबाजी की और गिरफ़्तारी की मांग की। आगरा के अधिकतर मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में मुफ़्ती पर मुकदमे के विरोध-स्वरूप दुकानें बंद रखते हुए मुस्लिमों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसको देखते हुए आगरा जिला प्रशासन ने पुलिस बल का कड़ा बंदोबस्त किया था।