आगरा नगर निगम (agra municipal corporation) की वेबसाइट एक सप्ताह तक हैक पड़ी रही लेकिन किसी को भनक तक नहीं हुई। इस बीच में हैकरों ने सैंकड़ों की संख्या में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बना डाले।
सूत्रों के अनुसार हैक होने के एक सप्ताह के भीतर नगर निगम (agra municipal corporation) की वेबसाइट से कम से कम 288 फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए गए। मामले की जांच के लिए अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है।
आगरा नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे के अनुसार, आगरा नगर निगम (agra municipal corporation) की वेबसाइट पिछले सप्ताह हैक की गई थी और इसका इस्तेमाल 288 फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए किया गया था। इन दस्तावेजों में नगर निगम द्वारा जारी किए गए यूनिक सीरियल नंबर नहीं थे जिसके कारण जल्दी ही इसका पता लगा लिया गया। ये सभी प्रमाण पत्र ताजगंज ज़ोन के निवासियों को जारी किए गए।
इस हैकिंग काण्ड के बाद नगर निगम ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 471 और 417 और आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। अतिरिक्त नगर आयुक्त के बी सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति हैकिंग मामले की जांच कर रही है। इस मामले में नगर निगम से जुड़े किसी व्यक्ति के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि नगर निगम के सर्वर को हैक करने के लिए ताजगंज ज़ोन के किसी कॉमन सर्विस सेंटर या साइबर कैफे का इस्तेमाल किया गया था।