सीबीएसई ने 12वीं के रिजल्ट के बारे में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में नया हलफनामा दाखिल किया है। सीबीएसई ने कहा है कि वो 31 जुलाई तक 12वीं का रिजल्ट जारी करेगा। सीबीएसई ने कहा है कि एक कमेटी बनाई जायेगी, जो रिजल्ट पर विद्यार्थियों की आपत्ति को देखेगी। इसके साथ ही विद्यार्थियों को मौका मिलेगा कि अगर वे लिखित परीक्षा देना चाहते हैं तो ऑनलाइन आवेदन भेज सकें। दायर किये गए इस हलफनामे में कहा गया है कि 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच लिखित परीक्षा के अंक अंतिम माने जाएंगे।
दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर मिलेंगे अंक
सीबीएसई और आईसीएसई ने बीते 17 जून को कहा था कि 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट 31 जुलाई तक घोषित कर दिया जाएगा। सीबीएसई की ओर से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि विद्यार्थियों की दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए जाएंगे। सीबीएसई ने विद्यार्थियों को अंक देने की प्रक्रिया बताते हुए कहा था कि छात्र का मूल्यांकन करते समय दसवीं के तीन सर्वाधिक अच्छे अंकों के आधार पर 30 फीसदी, ग्यारहवीं के अंकों के आधार पर 30 फीसदी और 12वीं के यूनिट टेस्ट आदि के आधार पर 40 फीसदी अंक दिए जाएंगे।
हर स्कूल के लिए रिजल्ट कमेटी का होगा गठन
सीबीएसई ने बताया कि हर स्कूल के लिए एक रिजल्ट कमेटी होगी। रिजल्ट कमेटी होने से स्कूलों की ओर से अपने विद्यार्थियों को ज्यादा अंक देने की गुंजाइश नहीं बचेगी। अटार्नी जनरल ने कोर्ट से कहा कि एक मॉडरेशन कमेटी होगी जो स्कूल की ओर से अंक देने की प्रक्रिया पर नजर रखेगी। स्कूलों के 12वीं के पहले के कुछ सालों के प्रदर्शन को भी ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जो छात्र इस मैकेनिज्म के आधार पर मिले अंकों से संतुष्ट नहीं होंगे वे फिजिकल परीक्षा में शामिल होकर अपने अंकों में सुधार करवा सकते हैं। कोरोना की स्थिति सुधरने पर फिजिकल परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
कोर्ट ने सीबीएसई के अंक देने की प्रक्रिया पर मुहर लगाते हुए कुछ याचिकाकर्ताओं की परीक्षा कराने की मांग को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि परीक्षा रद्द करने के फैसले की अब कोई समीक्षा नहीं होगी। अगर जरूरत पड़ी तो बाद में विद्यार्थी अपने अंकों में सुधार के लिए फिजिकल परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
रिजल्ट के लिए बनाया जा रहा आईटी सिस्टम और हेल्प डेस्क
सीबीएसई ने कुछ दिन पहले बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों को पत्र लिखकर बताया था कि 10वीं और 12वीं के रिजल्ट को तैयार करने के लिए एक आईटी सिस्टम डेवलप किया जा रहा है। इसके अलावा एक हेल्प डेस्क भी बनाई जाएगी, जो स्कूलों को रिजल्ट बनाने में मदद करेगी। इसका इस्तेमाल कर कम समय में रिजल्ट तैयार किया जा सकेगा।