उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में शनिवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक तेज रफ्तार डबल डेकर बस आगे चल रहे ट्रक में जा घुसी। इस हादसे में चार श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 25 अन्य घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और यूपीडा की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा आगरा के फतेहाबाद थाना क्षेत्र में हुआ, जब वाराणसी और प्रयागराज से महाकुंभ में शामिल होकर श्रद्धालु जयपुर लौट रहे थे। शनिवार सुबह करीब 5:30 बजे तेज रफ्तार स्लीपर कोच बस नियंत्रण खो बैठी और आगे चल रहे ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय बस में सवार यात्री गहरी नींद में थे। अचानक हुए इस टक्कर के कारण बस में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया। पुलिस और यूपीडा की टीम ने खिड़कियां तोड़कर बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
मृतकों और घायलों की सूची
मृतकों के नाम:
- दीपक वर्मा (किशोरपुरा पुलिया, लोहामंडी, आगरा)
- गोविंद लाल (महावीर नगर, जोधपुर)
- रमेश सिंह (गजानंद कॉलोनी, जोधपुर)
- बबलू (चुनार, मिर्जापुर)
घायलों के नाम:
- सोनिया शर्मा (मुंबई)
- नीलू शर्मा (मुंबई)
- चिराग (राजकोट)
- अपूर्व गुप्ता (गुरुग्राम)
- गर्विता शर्मा (रामबाग, आगरा)
- कमलेश (राजकोट, गुजरात)
- देवीदास (मुंबई)
- कोमल देवी (मुंबई)
- तुलसी भाई (भावनगर, गुजरात)
- शिल्पा बेन (भावनगर, गुजरात)
- रविंद्र (गोवर्धन, मथुरा)
- दीपक (गोवर्धन, मथुरा)
- हीरा (गोवर्धन, मथुरा)
- विमला (राजकोट, गुजरात)
- रियाज अहमद (भदोही)
- रामभजन (अछनेरा, आगरा)
- मनीषा (राजकोट, गुजरात)
धमाके के बाद मची अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर के बाद एक जोरदार धमाका हुआ, जिससे श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई। कुछ यात्री बस में फंस गए थे, जिन्हें बाहर निकालने के लिए खिड़कियां तोड़ी गईं। पुलिस और यूपीडा की टीम ने तत्परता दिखाते हुए बस में फंसे लोगों को निकाला और घायलों को नजदीकी फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
ड्राइवर को आई झपकी, तेज रफ्तार बनी वजह?
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बस तेज गति में थी और संभवतः चालक को झपकी आ गई थी। इससे वह बस पर नियंत्रण खो बैठा और आगे चल रहे ट्रक में टक्कर मार दी। पुलिस ने ड्राइवर और बस ऑपरेटर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
आगरा प्रशासन ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि अगर बस चालक की लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
अगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बढ़ते हादसे चिंता का विषय
यह पहली बार नहीं है जब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर इस तरह का बड़ा हादसा हुआ है। पिछले कुछ महीनों में इस एक्सप्रेसवे पर कई भीषण सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार और चालक की थकान सबसे बड़ी वजहें बन रही हैं।
2023 के अंत में एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जब एक निजी बस ट्रक से टकरा गई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से अधिक घायल हो गए थे। इसके अलावा, जनवरी 2024 में एक अन्य दुर्घटना में 10 लोगों की जान चली गई थी। ऐसे न जाने कितने हादसे अब तक इस एक्सप्रेसवे पर हो चुके हैं। खासकर फतेहाबाद – आगरा सेक्शन तो खूनी सेक्शन के रूप में बदनाम हो चूका है। इसका कारण है कि इस सेक्शन पर सबसे अधिक ट्रक चलते देखे जाते हैं जो लगभग पूरी सड़क घेर कर चलते हैं और बिना कोई संकेतक इस्तेमाल किये सहूलियत अनुसार लेन बदलते रहते हैं, जिसके कारण इस सेक्शन पर दुर्घटनाएं अधिक होती हैं।
वहीँ यूपीडा और यातायात पुलिस के मुताबिक, एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट का पालन न करना, ओवरटेकिंग और वाहन चालकों की लापरवाही लगातार बढ़ते हादसों की मुख्य वजह बन रही है। कई मामलों में चालक लंबी दूरी तय करने के दौरान पर्याप्त आराम नहीं कर पाते, जिससे थकान के चलते वाहन पर नियंत्रण खो बैठते हैं।
हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन पुलिस और यूपीडा कर्मियों ने स्थिति को जल्द ही नियंत्रित कर लिया। क्षतिग्रस्त बस और ट्रक को क्रेन की मदद से हटाया गया, जिससे यातायात सामान्य हो सका।
स्थानीय लोगों की मदद से बचाए गए यात्री
इस हादसे में स्थानीय लोगों ने भी पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर बचाव अभियान में मदद की। घायलों को अस्पताल पहुंचाने में एंबुलेंस सेवा को सक्रिय किया गया। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है।
यात्रियों से अपील
पुलिस ने निजी वाहन से लंबी दूरी की यात्रा कर रहे यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट का उपयोग करें और वाहन चालकों को नियमित अंतराल पर आराम करने की सलाह दें ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को टाला जा सके। वहीँ बस चालकों को भी एक्सप्रेसवे पर निश्चित दूरी पर बने रेस्ट स्टॉप पर रुकते हुए यात्रा करने की सलाह दी है।