आगरा के शिल्पग्राम में मंगलवार शाम से ताज महोत्सव का शुभारंभ होने जा रहा है। इस बार आयोजन की थीम ‘संस्कृति का महाकुंभ’ रखी गई है, जिसके तहत शिल्पग्राम की दीवारों को पारंपरिक चित्रकारी और सजावट से संवार दिया गया है। महोत्सव में ब्रज की फूलों की होली और गायक श्रद्धा मिश्रा की प्रस्तुति से रंग जमने की उम्मीद है।
महोत्सव की तैयारियां पूरी
सोमवार को शिल्पग्राम और अन्य आयोजन स्थलों पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। शिल्पग्राम में 10 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि शिल्प मेला 13 दिनों तक चलेगा। महोत्सव में प्रवेश शुल्क 50 रुपये रखा गया है, जबकि तीन वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क प्रवेश मिलेगा।
शिल्पग्राम में वर्ष 1992 में ताज महोत्सव की शुरुआत हुई थी और इस बार इसका 33वां संस्करण आयोजित किया जा रहा है। शिल्पग्राम में सोमवार से ही विभिन्न राज्यों से शिल्पियों का आगमन शुरू हो गया। इस बार कुल 376 स्टाल लगाए गए हैं, जिनमें शिल्प व फूड स्टाल शामिल हैं।
ऑनलाइन टिकट और सुरक्षा प्रबंध
महोत्सव में ऑनलाइन टिकट स्मार्ट सिटी के मेरा आगरा एप और ताज महोत्सव की वेबसाइट से बुक किए जा सकते हैं। बच्चों के लिए फन जोन में झूले आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर शिल्पग्राम में अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित की गई है, 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।
प्रमुख कार्यक्रमों की सूची
महोत्सव में विभिन्न दिनों पर नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे:
- 18 फरवरी: श्रद्धा मिश्रा का गायन
- 19 फरवरी: पद्मश्री मालिनी अवस्थी का अवधी गायन
- 20 फरवरी: अग्नि बैंड की प्रस्तुति
- 21 फरवरी: आस्था गिल का परफॉर्मेंस
- 22 फरवरी: ब्रजेश शांडिल्य का गायन
- 23 फरवरी: पीयूष मिश्रा की प्रस्तुति
- 24 फरवरी: नितिन कुमार का गायन
- 25 फरवरी: सुनील ग्रोवर की कॉमेडी नाइट
- 26 फरवरी: कन्हैया मित्तल की भजन संध्या
- 27 फरवरी: सचेत और परंपरा का गायन
इसके अलावा, 22 और 23 फरवरी को अटल उद्यान में पुष्प प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जबकि 22 फरवरी को द आगरा ताज कार और बाइक रैली निकाली जाएगी।
शिल्पग्राम में भारतीय कला और शिल्प की झलक
ताज महोत्सव के दौरान शिल्पग्राम एक लघु भारत का रूप लेगा। यहां पंजाब की फुलकारी, कश्मीर की पश्मीना शाल, नॉर्थ-ईस्ट के ड्राई फ्लावर्स, आंध्र प्रदेश की काष्ठ कला, खुर्जा का पॉटरी वर्क, सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, वाराणसी का सिल्क, लखनऊ की चिकनकारी, संभल का बोनक्राफ्ट और फिरोजाबाद के कांच उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे।
आगरा किला में शिवाजी जयंती समारोह पर बदलाव
आगरा किले के दीवान-ए-आम में इस बार छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती नहीं मनाई जाएगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने समारोह के लिए जहांगीरी महल के बाहर स्थित पार्क में अनुमति दी है। आयोजकों ने 2,000 लोगों की अनुमति मांगी थी, लेकिन केवल 800 लोगों को ही आमंत्रित करने की मंजूरी दी गई है।
19 फरवरी को आयोजित होने वाले इस समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य गणमान्य अतिथि शामिल होंगे। समारोह में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े प्रसंगों और नाट्य प्रस्तुति का आयोजन किया जाएगा। आगरा किले के बाहर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जहां लोग इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख सकेंगे।
स्मारक की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
पिछले वर्ष जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रोजेक्शन मैपिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान तेज ध्वनि के कारण दीवान-ए-आम की दीवारों में दरारें आ गई थीं। इस बार ASI ने ध्वनि सीमा 40 डेसिबल तक रखने की शर्त रखी है, ताकि ऐतिहासिक स्मारक को कोई नुकसान न पहुंचे।