शनिवार रात करीब एक बजे अछनेरा के मगूर्रा गांव के पास न्यू दक्षिणी बाईपास पर स्लीपर कोच और मैक्स पिकअप के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। चार घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। टक्कर इतनी भीषण थी कि मैक्स पिकअप दो हिस्सों में बंट गई और स्लीपर कोच ने उसे करीब 100 मीटर तक घसीटा।
कोहरे ने बढ़ाई मुसीबत, टक्कर से गूंजी चीखें
रात के समय घना कोहरा छाया हुआ था, जिसके चलते मैक्स पिकअप, जो रुनकता से अछनेरा की ओर जा रही थी, मगूर्रा गांव के कट पर हादसे का शिकार हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कट को न देख पाने के कारण पिकअप चालक ने वाहन को रोककर बैक करने की कोशिश की, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही स्लीपर कोच ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मैक्स पिकअप के दो हिस्से हो गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
फैक्ट्री से लौट रहे थे श्रमिक
मैक्स पिकअप में सिकंदरा के अरतौनी स्थित सेलम फैक्ट्री में काम करने वाले लगभग 30 श्रमिक सवार थे। ये श्रमिक अपनी नाइट शिफ्ट पूरी करके अछनेरा के गांव जनूथा, मगूर्रा और अन्य स्थानों की ओर लौट रहे थे। हादसे में मोनू (गांव नसीरपुर, मैनपुरी) और मनोज कुमार (गांव जनूथा) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ललित (गांव किरावली) ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घायलों को पहुंचाया अस्पताल
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस करीब 15 मिनट में मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से घायलों को पिकअप से निकाला गया और एम्बुलेंस के माध्यम से एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। वहां घायलों का इलाज जारी है।
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीण और मृतकों के परिजन घटनास्थल पर जुट गए। उन्होंने प्रशासन से पीड़ितों के लिए सहायता की मांग की और बाईपास पर जाम लगा दिया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बाद करीब एक घंटे बाद जाम हटाया जा सका। इस दौरान बाईपास पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर बहाल किया यातायात
घटना के कारण बाईपास पर एक से दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। एनएचएआई की टीम ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाने के लिए हाइड्रा मशीन का इस्तेमाल किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद यातायात बहाल हो सका।
प्रशासन से उठी सवालों की आवाज
ग्रामीणों और श्रमिक संगठनों ने इस हादसे को प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा बताया। उनका कहना है कि बाईपास पर उचित साइनबोर्ड और कट पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं है, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।
कोहरे और तेज रफ्तार ने ली जान
पुलिस के अनुसार, कोहरे और बस की तेज रफ्तार इस हादसे का प्रमुख कारण रहे। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।