सुलहकुल की नगरी आगरा एक बार फिर से चर्चा में है, जहां ट्रांस यमुना क्षेत्र के इस्लाम नगर में एक मस्जिद के अंदर धार्मिक ग्रंथ जलाने की घटना ने साम्प्रदायिक सौहार्द को चुनौती दी है। इस मामले को लेकर पुलिस सतर्क है और जांच जारी है।
घटना का विवरण
स्थानीय निवासियों और मस्जिद के इमाम के अनुसार, फ़जर की नमाज़ के लिए जब लोग मस्जिद पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि अंदर आगजनी की गई थी और धार्मिक ग्रंथ जले हुए हालत में पाए गए। मस्जिद के ऊपर सो रहे इमाम को जब इस बारे में बताया गया, तो उन्होंने भी घटना से अनभिज्ञता जताई।
मामले की सूचना पुलिस को दी गई, जिसने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। मस्जिद और आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर जांच तेज कर दी गई है।
पुलिस की प्राथमिकता और बयान
एसीपी छत्ता सर्कल, हेमंत कुमार ने बताया कि मस्जिद के रसोईघर से एक छोटा गैस सिलेंडर चोरी हुआ है। शुरुआती जांच में यह मामला चोरी का प्रतीत होता है, लेकिन धार्मिक ग्रंथों को जलाने की घटना के पहलू पर भी ध्यान देते हुए पुलिस जांच कर रही है।
सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
भाईचारे को बढ़ावा देने वाले संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष और कबीर पुरस्कार से सम्मानित डॉ. सिराज कुरैशी ने कहा, “मस्जिद में धार्मिक ग्रंथ जलाने का कृत्य बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं पुलिस और स्थानीय जनता के प्रयासों की सराहना करता हूं, जो इस घटना की तह तक पहुंचने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।”
उन्होंने आगरा की जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन को सहयोग करें।
भारतीय मुस्लिम विकास परिषद के अध्यक्ष समी आगाई ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना केवल चोरी नहीं है। “यह शहर के हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को बिगाड़ने की साजिश है। हम जल्द ही पुलिस कमिश्नर से मिलकर गहन जांच की मांग करेंगे।”
स्थानीय समुदाय की भूमिका
आगरा, जिसे सुलहकुल का प्रतीक माना जाता है, ने हमेशा से हिंदू-मुस्लिम सौहार्द को बढ़ावा दिया है। स्थानीय निवासियों ने संयम बरतते हुए पुलिस को सहयोग देने का वादा किया है।
अधिकारियों की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे कानून को अपने हाथ में न लें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। साथ ही, प्रशासन ने इस मामले को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया है।
घटना ने आगरा की शांतिपूर्ण छवि पर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन शहरवासियों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा।