जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक गुरुवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जननी सुरक्षा योजना के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहाबाद में लाभार्थियों को भुगतान में देरी पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने ब्लॉक अकाउंट मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि 15 दिनों के भीतर कार्यशैली में सुधार नहीं होता, तो आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
लंबित मामलों के निपटान के निर्देश
जिलाधिकारी ने फतेहपुर सीकरी, खेरागढ़, बरौली अहीर और आवल खेड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के एमओआईसी को निर्देश दिए कि तीन दिन के भीतर सभी लंबित मामलों का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। जैतपुर कला के एमओआईसी को भी कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर लंबित प्रकरणों का निपटान करने के आदेश दिए गए।
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष निर्देश
बैठक में गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक दस्तावेजों और प्रसव किट तैयार करने पर भी जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि चिन्हांकन के समय ही सभी प्रपत्र एकत्र किए जाएं ताकि प्रसव के समय किसी प्रकार की असुविधा न हो।
ई-रुपे वाउचर और अल्ट्रासाउंड सेवाएं
ई-रुपे वाउचर की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिन क्षेत्रों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है, वहां लाभार्थियों को ई-रुपे वाउचर दिया जाता है। इससे वे निजी संस्थानों में अल्ट्रासाउंड करा सकते हैं। हालांकि, कुछ संस्थानों द्वारा इन वाउचर्स का उपयोग नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने ऐसे संस्थानों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए।
टीकाकरण और अन्य योजनाओं की समीक्षा
रूटीन इम्यूनाइजेशन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यूविन पोर्टल पर टीकाकरण का 100% डेटा अपलोड किया जाए। इसके अलावा, सभी बच्चों को पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनाने को कहा गया।
प्रमुख बिंदुओं पर गहन समीक्षा
बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, टीबी मुक्त भारत, आयुष्मान कार्ड, सिजेरियन प्रसव, मातृत्व मृत्यु, और नवजात देखभाल इकाई जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ. अमित रावत, यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।