आगरा के थाना पिनाहट क्षेत्र के नया पुरा मोहल्ले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। अवैध प्रेम संबंध छुपाने के लिए मां ने अपने ही बेटे की हत्या का षड्यंत्र रचा और इसमें अपने देवर का सहयोग लिया। आठ साल के रौनक ने अपनी मां यशोदा और चाचा भानु को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। राज खुलने के डर से, दोनों ने मासूम बच्चे को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मां यशोदा और चाचा भानु को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद गांव के लोग मां को कोस रहे हैं और इस कृत्य को मानवता के खिलाफ मान रहे हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
नयापुरा निवासी करन सिंह का बेटा रौनक शुक्रवार शाम करीब 5 बजे लापता हो गया था। बेटे के अपहरण की आशंका में करन सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। चार दिन बाद, सोमवार सुबह पड़ोसी के घर के पीछे एक बोरे में रौनक का शव बरामद हुआ। शव के सिर पर चोट के निशान थे और शरीर पर करब के पत्ते लगे हुए थे।
पुलिस को करब के गट्ठरों से शव छिपाने का अंदेशा हुआ, क्योंकि करन सिंह के घर की छत पर करब रखी थी। वहां से खून के निशान और रौनक की बनियान मिलने पर पुलिस को अहम सुराग मिला।
पुलिस की तेज़ कार्रवाई
पिनाहट के एसीपी अशोक कुमार की देखरेख में पुलिस टीम ने तेजी से कार्रवाई की। शक के आधार पर रौनक के चाचा भानु कुमार को हिरासत में लिया गया। उसके फोन की जांच में मां यशोदा के साथ आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें मिलीं। इससे पूरा मामला साफ हो गया।
पूर्वी जोन के डीसीपी अतुल शर्मा ने बताया कि भानु ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसके बड़े भाई करन सिंह सूरत में साड़ियों के कारखाने में काम करते हैं और चार साल से भानु के अपनी भाभी यशोदा के साथ संबंध थे। घटना के दिन करन सिंह घर से बाहर थे।
हत्या की खौफनाक योजना
भानु और यशोदा ने मिलकर रौनक की हत्या की योजना बनाई। यशोदा ने रौनक को टॉफी दिलाने के बहाने चाचा के साथ भेजा। भानु ने अपने कमरे में ले जाकर कपड़े धोने की मोगरी से रौनक के सिर पर कई बार वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद, शव को सीढ़ियों के पास रखे ड्रम पर डाल दिया और बोरा डालकर छुपा दिया। सीढ़ियों पर खून के निशान साफ करने की कोशिश की गई। यशोदा ने दरवाजे पर खड़े होकर निगरानी की कि कोई आता–जाता न देखे।
शव छुपाने की कोशिश
अंधेरा होने पर शव को बोरे में डालकर मंझले भाई रवि के कमरे की छत पर रखी करब के नीचे छुपा दिया गया। उसी शाम यशोदा ने अपने बेटे के अपहरण का हल्ला मचाया।
सोमवार की सुबह: साजिश का आखिरी कदम
सोमवार सुबह शव में दुर्गंध आने लगी। यशोदा छत पर गई और रस्सी की मदद से बोरे को नीचे उतारा। भानु ने शव को गली में रख दिया। इसके बाद, पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, जिससे साजिश का पूरा भंडाफोड़ हो गया।
प्रेम संबंधों की पुष्टि: मोबाइल और तस्वीरें बने सबूत
भानु के फोन में यशोदा के साथ कई तस्वीरें मिलीं। इनमें होली और करवाचौथ के मौके पर ली गईं तस्वीरें शामिल थीं। पुलिस ने फोन से चैट हिस्ट्री डिलीट होने के बाद भी डिजिटल साक्ष्य जुटाए, जिससे दोनों का अवैध संबंध साबित हुआ।
गांव में शोक और आक्रोश
इस घटना ने नया पुरा के निवासियों को झकझोर कर रख दिया है। गांव में मातम और गुस्से का माहौल है। लोग मां यशोदा को कठोर शब्दों में कोस रहे हैं।