आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर फतेहाबाद क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक स्लीपर बस में आग लगने से 60 यात्रियों की जान पर खतरा मंडरा गया। गनीमत रही कि सभी यात्री समय रहते बस से बाहर निकलने में कामयाब रहे, जिससे बड़ा हादसा टल गया। बस दिल्ली से बिहार जा रही थी, जब यह घटना माइलस्टोन 21 के पास टोल प्लाजा के नजदीक हुई।
घटना का विवरण
अचानक चलती बस के टायर के अत्यधिक गर्म होने से धुआं निकलने लगा, जिससे चालक ने सतर्कता दिखाते हुए वाहन को किनारे रोक दिया। यात्रियों को तुरंत बस से बाहर निकलने का निर्देश दिया गया। देखते ही देखते आग ने बस को अपनी चपेट में ले लिया। बस में मौजूद सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल आए, हालांकि बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
घटना के बाद एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रभावित हुआ, क्योंकि जलती हुई बस के पास से गुजरने में अन्य वाहन चालक झिझक रहे थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक को नियंत्रित किया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।
पुलिस और प्रशासन की तत्परता
पुलिस के मुताबिक, बस पंजाब के खन्ना से बिहार के सुपौल जा रही थी। इस निजी स्लीपर बस का नंबर यूपी22 टी 0505 था। बस चालक अमरीक सिंह ने बताया कि आग लगने के बाद उसने खुद आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहा।
घटना की सूचना मिलते ही यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) की टीम, पीआरवी, एंबुलेंस और आरजीबीईएल सेफ्टी टीम मौके पर पहुंच गई। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करते हुए यात्रियों को चाय और पानी की व्यवस्था प्रदान की।
स्थानीय प्रशासन की सराहनीय पहल
आगरा पुलिस और फतेहाबाद प्रशासन ने तत्परता से कार्य करते हुए स्थिति को संभाल लिया। घटना में किसी के हताहत न होने से यात्रियों और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुई यह घटना वाहन चलाते समय सुरक्षा उपायों और समय पर सतर्कता बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।