‘मीट एट आगरा’ सम्मेलन के 16वें संस्करण ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि तकनीकी नवाचार और स्मार्ट फुटवियर का विकास भारतीय फुटवियर उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ा सकता है। यह सम्मेलन आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्टर्स चैम्बर्स (एफमेक) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें प्रमुख विशेषज्ञों और उद्यमियों ने उद्योग में तकनीकी प्रगति, स्थिरता, और स्मार्ट फुटवियर के भविष्य पर विचार साझा किए।
शनिवार को आयोजित तकनीकी सत्र में एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग उत्तर प्रदेश के सचिव आईएएस प्रांजल यादव, एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक प्रतुल चंद्र सिन्हा, और एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने नवाचार, तकनीकी सहयोग और स्मार्ट फुटवियर के निर्माण के माध्यम से भारतीय उद्योग को वैश्विक मंच पर प्रमुख स्थान देने के महत्व को रेखांकित किया। इस आयोजन में उद्योग के साथ ही विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने भी भाग लिया।
सत्र 1: फुटवियर उद्योग में स्थिरता और नवाचार
सम्मेलन के पहले सत्र में एमपीआईडीसी के प्रतुल चंद्र सिन्हा ने सरकार की नीतियों और उद्योग के लिए एमएसएमई योजनाओं पर चर्चा की। ताइवान के प्रतिनिधिमंडल प्रमुख माइल्स ल्यू ने तकनीकी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने स्मार्ट फुटवियर और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को भविष्य के उद्योग के लिए अनिवार्य बताते हुए सतत विकास पर ध्यान देने की अपील की।
सत्र 2: स्मार्ट फुटवियर में प्रौद्योगिकी का योगदान
दूसरे सत्र में तकनीकी नवाचार और स्मार्ट फुटवियर में प्रौद्योगिकी के प्रभाव पर चर्चा हुई। प्रांजल यादव ने सरकारी नीतियों की भूमिका पर प्रकाश डाला, जो इस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दे सकती हैं। आइएलजीए के चेयरमैन मोतीलाल सेठी ने स्मार्ट फुटवियर को इको-फ्रेंडली और इनोवेटिव बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
सत्र 3: ई-कॉमर्स और फुटवियर रिटेल का भविष्य
अंतिम सत्र में ‘फुटवियर रिटेल का भविष्य’ पर विशेषज्ञों ने विचार साझा किए। जॉइंट कमिश्नर अनुज कुमार ने ऑनलाइन रिटेल और स्थानीय फुटवियर उद्योग के संयोजन पर जोर दिया। एसबीआई के डीजीएम राजीव मिश्रा ने ई-कॉमर्स के बढ़ते प्रभाव और डिजिटल लेनदेन पर विचार प्रस्तुत किए। लेदर सेक्टर स्किल काउंसिल के संजय कुमार ने उद्योग में कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया।
तकनीकी अनुसंधान के लिए एमओयू
सम्मेलन के अंत में शारदा यूनिवर्सिटी और एफमेक के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य फुटवियर तकनीकी अनुसंधान को बढ़ावा देना है। इस एमओयू पर शारदा यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. डॉ. जयंती रंजन और एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने हस्ताक्षर किए। डावर ने कहा कि इस तरह की साझेदारियाँ भारतीय फुटवियर उद्योग को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में सहायक साबित होंगी।
सम्मेलन में उपस्थिति
इस वर्ष ‘मीट एट आगरा’ में कुल 7109 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 2045 बिजनेस विजिटर्स थे। प्रमुख उपस्थित लोगों में एफमेक के अनुरुद्ध तिवारी, संजय डंग, डॉ. रेणुका डंग, संजीव सिंह, प्रदीप वासन, सीएलई के सहायक निदेशक आरके शुक्ला और महासचिव दीपक मंनचदा शामिल थे।