आगरा के धनौली में लंबे समय से प्रतीक्षित सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया जाएगा। यह एन्क्लेव 51.57 एकड़ भूमि पर बनेगा, जिसमें पहले चरण में 343.20 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस एन्क्लेव का निर्माण 12 वर्षों की निरंतर मांग और प्रयासों का परिणाम है, जिसका उद्देश्य आगरा के हवाई यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
सिविल एन्क्लेव के इतिहास में देखा जाए तो यह मांग लगभग एक दशक से चल रही थी। आगरा को एक नए सिविल टर्मिनल की आवश्यकता महसूस हो रही थी, ताकि पर्यटन और व्यापार में वृद्धि को गति दी जा सके। इसके पीछे आगरा की बढ़ती पर्यटन क्षमता और ऐतिहासिक महत्व था, विशेष रूप से ताजमहल जैसे विश्व धरोहर स्थलों के कारण। नागरिक समाज और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न संगठनों ने इस मांग को लेकर आवाज उठाई थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण और अन्य बाधाओं के कारण इसे पूर्ण होने में लंबा समय लगा।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर के सचिव विशाल शर्मा ने इस अवसर पर कहा, “सिविल एन्क्लेव के निर्माण से आगरा के पर्यटन को नई ऊंचाईयां मिलेंगी। विदेशी पर्यटकों के लिए बेहतर हवाई सेवा का विकल्प होगा, जो हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। यह एक ऐतिहासिक कदम है और हम इसके लिए सरकार के आभारी हैं।”
सिविल सोसायटी के सचिव अनिल शर्मा ने भी इस कदम की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह एन्क्लेव आगरा के नागरिकों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा। इससे स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। सरकार ने यह बड़ा कदम उठाकर आगरा के विकास में अपना अहम योगदान दिया है।”
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार, सिविल एन्क्लेव का निर्माण कार्य दो साल के भीतर पूरा होने की योजना है। इसके तहत 34,346 वर्ग मीटर पर एन्क्लेव बनाया जाएगा, जिसमें 32 चेक-इन काउंटर, 1400 यात्रियों की क्षमता, और 350 कारों की पार्किंग की सुविधा होगी। इसके साथ ही 800 मीटर के रनवे का विस्तार और नौ विमानों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी।
इस सिविल एन्क्लेव के बन जाने से आगरा में पर्यटन, व्यापार और हवाई यात्रा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास होने की संभावना है, जिससे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।