ताजमहल पर विद्युत चलित वाहन (गोल्फ कार्ट) के संचालन में फर्जीवाड़ा हो रहा है। कागजों में 40 गोल्फ कार्ट हैं। जिनकी रोज सवारी क्षमता 4 से 5 हजार है। धरातल पर आधी गोल्फ कार्ट गायब हैं। बमुश्किल 2 से 3 हजार पर्यटक सफर कर पा रहे हैं। गोल्फ कार्ट नहीं मिलने के कारण करीब 15 हजार पर्यटक रोज आधा किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर हैं।
सुप्रीम कोर्ट से विभिन्न आदेशों के तहत स्मारक से 500 मीटर परिधि में पेट्रोल-डीजल वाहनों पर रोक है। पार्किंग से स्मारक तक पर्यटकों के आवागमन की जिम्मेदारी एडीए के पास है। एडीए के मैसर्स खलतकर कंस्ट्रक्शन इन्फ्रा को गोल्फ कार्ट संचालन का ठेका दे रखा है। गोल्फ कार्ट से रोज ठेकेदार की 1.86 लाख रुपये कमाई है। बदले में एडीए को प्रतिदिन करीब 11600 रुपये यानी 3.50 लाख रुपये प्रति माह लाइसेंस फीस मिलती है एसीपी ताज सुरक्षा की जिम्मेदारी गोल्फ कार्ट का सत्यापन करना है।
एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने गोल्फ कार्ट सत्यापन कराया तो 40 में 21 संचालित मिलीं। 12 पूर्वी गेट व 9 पश्चिमी गेट पर, जबकि दोनों गेट पर 20-20 गोल्फ कार्ट हैं। आधी गोल्फ कार्ट गायब मिलने के बाद ताज सुरक्षा पुलिस ने एडीए को रिपोर्ट भेजी है।
आगरा आने वाले पर्यटकों को सुखद अनुभव देने के लिए एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद द्वारा सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के साथ साझेदारी में ताज महल में ‘ऑपरेशन टूरिस्ट डिलाइट’ चलाया जा रहा है।
एसीपी ने कहा कि ताज सुरक्षा पुलिस ने दो दिनों तक गोल्फ कार्ट का सर्वेक्षण किया और साबित किया कि एक समय में केवल 21 गोल्फ कार्ट ही पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं, एडीए ठेकेदार ने स्वीकार किया कि कुल 33 गोल्फ कार्ट हैं, साथ ही 3 की मरम्मत की आवश्यकता है। एक समय में कम से कम 10-12 गोल्फ कार्ट चार्ज हो रहे हैं, जिससे पर्यटकों के लिए एक समय में केवल 20-21 गोल्फ कार्ट ही बचते हैं। इससे अधिकांश पर्यटकों को पैदल चलना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने ठेकेदार को सभी 33 गोल्फ कार्ट को तर्कसंगत तरीके से तैनात करने के लिए कहा है ताकि एक समय में पर्यटकों के लिए कम से कम 30 गोल्फ कार्ट उपलब्ध हों। उम्मीद है एक सप्ताह के अंदर बदलाव दिखेगा।
आधी गोल्फ कार्ट गायब मिली तो एसीपी ने यह रिपोर्ट आगरा विकास प्राधिकरण को भेज दी, लेकिन प्राधिकरण उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ के मुताबिक अभी तक उन्हें यह रिपोर्ट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अगर एसीपी ताज सुरक्षा की रिपोर्ट सही पाई गई तो ठेकेदार के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि गोल्फ कार्ट नहीं चलने के पीछे पर्यटकों से धोखाधड़ी करने वाले रिक्शा, ऑटो चालक हैं। जो पर्यटकों को गुमराह कर मनमानी वसूली करते हैं। 4 बैटरी चालित बसें जो एक साथ बहुत अधिक पर्यटकों को ले जा सकती थीं, पहले उपलब्ध थीं, लेकिन अपने उपयोगी जीवन के अंत तक पहुँचते ही उन्हें सेवा से बाहर कर दिया गया। गोल्फ कार्ट में प्रति सवारी किराया रु. 10 है जबकि इन बसों में प्रति व्यक्ति टिकट 5 रुपये थी। आगरा विकास प्राधिकरण ने गोल्फ कार्ट संचालित करने के लिए एक ठेकेदार को लाइसेंस दिया है, और आगरा जिला मजिस्ट्रेट ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को ताज के आसपास के “येलो जोन” में किसी भी अन्य निजी स्वामित्व वाले वाणिज्यिक परिवहन वाहनों के उपयोग पर रोक लगाने का आदेश दिया है। जिससे एडीए इस क्षेत्र में पर्यटकों के परिवहन हेतु बैटरी वाहनों का एकमात्र संचालक बन गया है।