प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन के लाख दावों के बावजूद आगरा शहरवासियों को सड़कों पर आवारा घूमते जानवरों के आतंक से निजात नहीं मिल पा रही है। पिछले महीने ऐसे ही एक आवारा गोवंश के हमले में कमला नगर के एक व्यक्ति को गंभीर चोटें आयी थीं और काफ़ी दिन कोमा में रहने के बाद उनके पिछले दिनों निधन हो गया था।
गुरुवार को फिर से वह त्रासदी आगरा शहर में दोहराई गई जब इंदिरा ज्योति नगर में सुबह सुबह अपने घर के दरवाजे पर खड़ी एक वृद्धा को गाय ने कई फीट ऊंचा उछाल दिया (cow attack)। वृद्धा के ज़मीन पर गिरने के बाद गाय ने उनके पेट में कई बार सींग मारे जिससे उनको काफ़ी गंभीर चोटें आयी हैं। आसपास के लोगों ने उनको गाय से बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सूत्रों ने बताया है कि ज्योति नगर निवासी जितेंद्र शर्मा की माँ आशा देवी (70) सुबह करीब 9:30 बजे अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थीं, तभी एक गाय दौड़ती हुई आई और उन पर हमला कर दिया। ग़ुस्सैल गाय ने आशा देवी को सींगों पर उठाकर हवा में उछाल दिया जिससे वे घर से दूर सड़क पर जा गिरीं। गाय का ग़ुस्सा तब भी शांत नहीं हुआ और उसने ज़मीन पर निढाल पड़ीं आशा देवी को पैरों तले रौंदना और उनके पेट में सींग मारना शुरू कर दिया (cow attack)। गाय के नुकीले सींगों के लगातार वार के कारण आशा देवी के पेट में गहरे घाव हो गये और आँतें तक बाहर निकल आईं।
उनके परिजनों ने बताया है कि यह सब वाक़या इतना तेज़ी से हुआ कि जब तक परिवार के लोग बाहर आते, तब तक गाय ने आशा देवी को बुरी तरह घायल कर दिया था। जैसे-तैसे परिवार के लोगों, पड़ोसियों और आस-पास से गुज़र रहे राहगीरों ने आशा देवी ने निढाल शरीर को गाय से बचाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में आशा देवी की गहन चिकित्सा जारी है। परिवारीजनों के अनुसार उनके पेट में 30 टाँके आये हैं और उनकी हालत अभी भी गंभीर है।