आगरा के गाँव नदीम के मजरा सरोजपुरा में मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे एक किसान दंपत्ति पर मधुमक्खियों ने उस समय हमला (Bees Attack) कर दिया जब वे अपने खेत में गोभी की फसल की रखवाली कर रहे थे। मधुमक्खियों के हमले में पति की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है।
गाँव सरोजपुरा निवासी मोतीराम (55) किसान थे। मंगलवार को वह पत्नी लीलावती के साथ गोभी के खेत पर फसल की रखवाली करने गए थे। पति-पत्नी खेत के बगल में लगे पीपल की छाँव में बैठे। पीपल के पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता भी था। ग्रामीणों ने बताया कि पेड़ पर लगा छत्ता अचानक नीचे बैठे मोती राम और उनकी पत्नी के ऊपर ही गिर पड़ा। मधुमक्खियों ने पति-पत्नी पर हमला (Bees Attack) कर दिया। मधुमक्खियों के काटने से मोती राम की मौके पर ही मौत हो गई। लीलावती की हालत गंभीर बनी हुई है।
चीख-पुकार पर पहुंचे लोगों ने धुआँ करके मधुमक्खियों को भगाया। लीलावती को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। मृतक के चचेरे भाई सुनहरी लाल ने थाने में सूचना दी है। पुलिस ने पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
विशेषज्ञों ने बताया है कि मधुमक्खियों के डंक मारने के कारण शरीर में हिस्टामिन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे एलर्जिक रिएक्शन होता है। आम तौर पर एक – दो मधुमक्खियों के डंक मारने से डंक की जगह पर असहनीय पीड़ा और सूजन आदि आती है जो कुछ दिन में ठीक हो जाती है। ज़्यादा गंभीर एलर्जी के लिए एंटी-हिस्टामिन इंजेक्शन या अन्य दवाएँ दी जाती हैं, लेकिन जिस प्रकार सैंकड़ों मधुमक्खियों ने एक साथ किसान दंपत्ति पर हमला किया, ऐसे में अमूमन इतना तीव्र एलर्जिक रिएक्शन होता है कि शरीर की सभी प्रणालियाँ ठप हो जाती है, और साँस घुटने के कारण मौत भी हो सकती है।