परीक्षा कराने और उनके परिणाम जारी करने में आगरा का डॉ० भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) पिछले काफ़ी समय से धीमी गति से काम करता रहा है, जिसके कारण छात्रों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के बाद विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में थोड़ा सुधार हुआ है। इस नीति के तहत आज विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) के स्नातक पाठ्यक्रमों के पहले सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया, लेकिन परीक्षा शुल्क समय से न जमा कराने वाले २७६ कोलेजों के लगभग ५८ हज़ार छात्रों का परिणाम रोक लिया गया।
ग़ौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएँ विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) ने अप्रैल माह में कराई थीं। कला के ८९३१४, वाणिज्य के १३४२९ और विज्ञान संकाय के ७२१५८ छात्रों का परिणाम आज घोषित किया गया, लेकिन लगभग ५८ हज़ार ऐसे छात्रों का परिणाम रोक लिया गया जिनका परीक्षा शुल्क उनके कॉलेज द्वारा जमा नहीं कराया गया।
परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने साफ़ किया कि परीक्षा परिणाम रोके अवश्य गए हैं लेकिन जैसे-जैसे देरी करने वाले कॉलेज परीक्षा शुल्क जमा कराते जाएँगे, उनके परिणाम घोषित कर दिए जाएँगे। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में विश्वविद्यालय द्वारा इन कॉलेजों को अनुस्मारक पत्र जारी कर दिया गया है जो कि विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। विश्वविद्यालय से सम्बद्ध लगभग ८०० कॉलेजों में से ३५० से अधिक कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया था। लगभग १०० कॉलेजों ने बाद में शुल्क जमा करा दिया लेकिन २७६ कॉलेज अभी भी शुल्क जमा करने में ढील दे रहे हैं जिसके कारण इन कॉलेजों का परीक्षा परिणाम रोक लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हुए बदलावों के अंतर्गत परीक्षार्थियों को अंकों के स्थान पर ग्रेड दिए गए हैं, जिनमें सबसे ऊँचा ग्रेड ‘O’ है जबकि ‘F’ सबसे नीचा ग्रेड है।