आगरा के सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्र मंटोला में ‘टीला अजमेरी खान’ निवासी आरिफ उर्फ़ गुड्डू सट्टे (Agra Satta) की अवैध कमाई से कुछ ही वर्षों में 4.5 करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस उपमहानिरीक्षक आगरा सुधीर कुमार सिंह ने बताया की गुड्डू के खिलाफ आगरा के कई थानों में 27 मुक़दमे दर्ज हैं। वर्तमान में वह जमानत पर बाहर है लेकिन उसका नेटवर्क इतना बड़ा है कि वह जेल से ही अपना अवैध सट्टा (Agra Satta) कारोबार चलाता रहा था।
उन्होंने बताया कि आरिफ के खिलाफ पहला मुकदमा सं 1999 में लिखा गया था। उस पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही भी की गई थी। फिर भी उसने अवैध काम बंद नहीं किये। सन 2020 में आरिफ पर गैंगस्टर एक्ट का भी केस दर्ज किया गया था। कई अचल संपत्ति उसकी पत्नी सानिया के नाम से भी खरीदी हुई है।
आगरा पुलिस प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी संपत्ति को चिन्हित किया और पुलिस अधीक्षक ( नगर ) विकास कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने टीला अजमेरी पहुंचकर सारी चल – अचल संपत्ति को सील कर दिया। कई मकानों में उसने किरायेदार भी रखे हुए थे। पुलिस फ़ोर्स ने सभी किरायेदारों से मकान खाली करा लिए थे।
पुलिस अधीक्षक ( नगर ) ने लाउडस्पीकर पर ऐलान करके उपस्थित जनता को बताया कि 1999 से अपराध की दुनिया में उतरे हिस्ट्रीशीटर आरिफ के खिलाफ 27 मुक़दमे दर्ज हैं। जिला प्रशासन के आदेशानुसार उसके पांच मकान, 1 प्लाट, दो बैंक खाते और दो गाड़ियों को कुर्क कर दिया है जिनकी कुल कीमत लगभग 4.5 करोड़ है। उन्होंने चेतावनी दी कि अवैध तरीके से धन का संचय करने वालों के खिलाफ इसी तरह कार्यवाही की जायेगी।
आगरा में अभी तक अवैध कारोबारियों के खिलाफ चल रहे अभियान में 13 बड़े आर्थिक अपराधियों की संपत्ति जब्त की गयी है, जिसकी कुल कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये है। इनमें सबसे अधिक संपत्ति विष्णु प्रकाश रावत की है, जिसकी लगभग 24.51 करोड़ रुपये है। इसके अलावा राजेंद्र कुमार की 6.80 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। अन्य लोगों में अमित मित्तल, किशल अग्रवाल, चंद्रकांत गुप्ता, राकेश कुमार, सूर्यकांत गुप्ता, अनिल द्वारिका, सजीव कुमार, भाव सिंह, शिवराम और हेतराम की भी करोड़ों की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है।