दिवंगत CDS बिपिन रावत का आगरा दौरा इस शहर की जनता को सदैव याद रहेगा। उस समय थलसेनाध्यक्ष रहे जनरल रावत पुलवामा हमले का जवाब देने की तैयारियों के सिलसिले में लगभग ढाई साल पूर्व आगरा पधारे थे।
छावनी क्षेत्र स्थित सदर बाजार में जनरल रावत जनता से आम आदमी की तरह ही मिले। उनसे मिलने वालों को जब उनके अंगरक्षकों ने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने उन्हें मना कर दिया। उस समय जनरल रावत ने जवानों में जोश भरने के साथ ही हर परिस्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने की हिदायत दी थी।
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हादसे में उनकी मौत की खबर सुनकर पूरी ताजनगरी स्तब्ध रह गयी। आगरा में समस्त डिफेन्स स्टाफ के साथ ही आम जान ग़मगीन स्थिति में दिखाई दे रहे हैं।
हिंदुस्तानी बिरादरी के तत्वावधान में हुई श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए बिरादरी के उपाध्यक्ष विशाल शर्मा ने बताया कि दिवंगत जनरल रावत 11 मार्च 2019 को आगरा पधारे थे। यह वह समय था जब पुलवामा हमले (14 फरवरी 2019) का बदला लेने के लिए देश एकजुट था। जनरल रावत ने उस समय यहाँ के पैरा ब्रिगेड के जवानों को आदेश दिया थे कि उन्हें हर परिस्थिति से निपटने हेतु तैयार रहना है। आगरा सैन्य क्षेत्र में 50 पैरा ब्रिगेड के प्रशिक्षण के उच्चतम मानकों और भारतीय वायुसेना के साथ तालमेल बनाये रखने के लिए CDS रावत ने आगरा बेस पर उस समय तैनात रहे अधिकारियों की तारीफ भी की थी। शर्मा ने बताया कि जनरल रावत का इतनी जल्दी ऐसे हादसे में चले जाना देश की बड़ी क्षति कहा जा सकता है।
इसी सन्दर्भ में पूर्व जनरल अपूर्व त्यागी का कहना था कि CDS बिपिन रावत का असमय जाना देश के लिए बड़ी क्षति है। वे तीनों ही सेनाओं के संयुक्त रूप से कार्य करने के पक्षधर थे। चीन की बढ़ती हिमाकत पर उन्होंने अंकुश लगाया था तथा पकिस्तान को उसी की ज़ुबान में जवाब भी दिया था। उनके जाने से डिफेंस क्षेत्र में दुःख की लहर दौड़ गई है।
आगरा के सांसद एवं केंद्रीय कानून राज्यमंत्री एस पी सिंह बघेल ने कहा कि CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी तथा तमाम अन्य सैन्य अधिकारियों के निधन से वे बेहद दुखी हैं। जनरल रावत भारत के बेहतरीन सैनिकों में से एक थे।
सामाजिक कार्यकर्ता समीर ने कहा कि देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत को देश उनकी निःस्वार्थ सेवा, उनकी अभूतपूर्व देशभक्ति एवं उनके उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। जनरल रावत के साथ ही आगरा शहर ने विंग कमांडर पृथ्वी सिंह जैसा होनहार वीर सपूत भी खोया है।
हिंदुस्तानी बिरादरी के सचिव आमिर कुरैशी ने दिवंगत जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जनरल रावत ने आगरा में तैनाती के दौरान ही पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थी। उस समय जनरल रावत लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर थे। SSV कॉलेज जनरल रावत का पीएचडी शोध केंद्र था। रक्षा अध्ययन विभाग में पीएचडी के लिए आने वाले युवाओं को जनरल रावत की बिनम्रता और लगन का आज भी उदाहरण दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी आज आगरा आकर हेलीकाप्टर हादसे में शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के परिवार से मुलाक़ात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।