उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल की आंधी चलती दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश के हर जिले के जिलाधिकारी और कप्तानों के कार्यों की बारीकी से जांच करते हुए सरकार तबादले कर रही है।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक प्रमुख अर्थात मुख्य सचिव पद पर विराजमान आर0 के0 तिवारी को हटा कर 31 दिसंबर को रिटायर्ड होने वाले केंद्रीय सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का कार्यकाल बढ़ाते हुए उन्हें पुनः उत्तर प्रदेश बुलाकर मुख्य सचिव के पद पर विराजमान कर दिया गया।
एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि भाजपा की केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार को शायद ऐसा प्रतीत हो रहा था कि इस बार के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण वर्ग भाजपा से दूरी बना सकता है। इस को दृष्टिगत रखते हुए भाजपा के अलावा हर सियासी पार्टी ब्राह्मण को अपनी ओर खींचने के प्रयास में दिखाई दे रही है। दुर्गाशंकर मिश्र ब्राह्मण वर्ग से ही आते हैं। वर्तमान सरकार ने उन्हें ही उत्तर प्रदेश का मुख्य सचिव बनाना मुनासिब समझा।
हालांकि वर्तमान मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी भी ब्राह्मण वर्ग से ही आते हैं लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनकी योगी सर्कार से पटरी शायद बैठ नहीं पा रही थी। हो सरका है आने वाले समय में तिवारी केंद्र में चले जाएँ, क्योंकि उनके रिटायर होने में अभी समय है। जबकि दुर्गाशंकर मिश्रा 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे थे। उनका कार्यकाल एक वर्ष बढ़ाकर उन्हें उत्तर प्रदेश की अहम् प्रशासनिक जिम्मेदारी ही गयी है।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैम्बर के सचिव विशाल शर्मा का यह कहना शत-प्रतिशत सच लगा कि वास्तव में दुर्गा शंकर मिश्र एक सुलझे हुए एवं अनुभवी अधिकारी हैं। वर्ष 1996-1999 तक मिश्र जब आगरा में जिलाधिकारी हुआ करते थे तब उन्होंने आगरा में पर्यावरण सुधार के लिए काफी कार्य किया था। मिश्र ने नारा दिया था ‘Clean Agra – Green Agra’, जो कि आगरा के लिए एक सूत्रवाक्य बन गया है। आज वही दुर्गाशंकर मिश्र उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव बनने जा रहे हैं तो उनसे अपेक्षा है कि आगरा की तरह उत्तर प्रदेश को भी ‘क्लीन’ और ‘ग्रीन’ बनाएंगे।
इसी सन्दर्भ में हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष डॉ0 एस0 कुरैशी का कहना था कि 1984 बैच के IAS दुर्गाशंकर मिश्र को सरकार ने एक साल का सेवा विस्तार देकर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के पद पर विराजमान करके बहुत ही उम्दा और बधाई का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश को वर्तमान में ऐसे ही मुख्य सचिव की आवश्यकता थी। आगरा के जिलाधिकारी होते हुए भी दुर्गाशंकर मिश्र ने कभी जाति- वर्ग – अमीर – गरीब का चश्मा लगाकर नहीं देखा था। अब पूरी उम्मीद उजागर हो गयी है कि मिश्र जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का प्रशासनिक अमला उनके निर्देशन में अच्छा काम करेगा।