Suresh Khanna in Agra

Suresh Khanna in Agraउत्तर प्रदेश विधानसभा के 2022 में होने वाले चुनावों की तैयारियों का ग्राफ तेजी से बढ़ता हुआ दिख रहा है। अपनी कार्यशैली और उपलब्धियों का विज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फोटो के साथ देश भर के समाचार पत्रों में देकर भाजपा जनता का ध्यान बंटाने में लगी हुई है जबकि विपक्ष कोविड से हुई मौतों, डेंगू के बढ़ते प्रकोप और पुलिस हिरासत में हुई आगरा के अरुण की मौत को चुनावी मुद्दा बनाये हुए हैं।

भाजपा को छोड़कर लगभग हर सियासी पार्टी का प्रमुख नेता अरुण वाल्मीकि के घर पहुँच कर आर्थिक सहायता का वादा करने के अतिरिक्त शोक संतृप्त परिवार के साथ सहानुभूति व्यक्त कर आया है। आज भी सपा का प्रतिनिधिमंडल मृतक अरुण वाल्मीकि के घर पहुंचा और दस लाख रूपये का चेक दिया।

उधर दूसरी ओर आज आगरा पधारे हुए उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने अरुण के घर जाना शायद मुनासिब नहीं समझा। जानकारों का कहना है कि मंत्री का अरुण के घर जाना एक तरह से भाजपा सरकार की ओर से सार्वजनिक रूप से भूल स्वीकृति मान लिया जाता इसलिए न तो मंत्री और न ही कोई भाजपा का वरिष्ठ नेता अरुण के घर गया।

इस बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने एक विशेष बातचीत में बताया कि 2017 से अब तक प्रदेश में पहले फेज में 7 और दूसरे फेज में 9 मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास होने जा रहा है। तीसरे फेज में 14 मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास होगा। इसके लिए प्रदेश के वित्त विभाग ने EPC मोड लागू किया है जिस से तय समय और तय लागत में ही योजनाएं पूर्ण होंगी।

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी पर कटाक्ष करते हुए खन्ना ने कहा कि प्रियंका 10 लाख रुपये तक निःशुल्क इलाज के बयान तो दे रही हैं लेकिन देश की जनता उनको गंभीरता से नहीं लेती। खन्ना के अनुसार जब देश में UPA की सरकार थी तो मात्र 30 हज़ार रूपये का मुफ्त इलाज मिलता था। जब केंद्र में मोदी सरकार आयी तो आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपए तक का इलाज निःशुल्क मिलने लगा है।

खन्ना ने कहा कि अगर प्रियंका गाँधी वाकई में गंभीर हैं तो कांग्रेस शासित प्रदेशों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत क्यों नहीं करती हैं।

देश के कोविड टीकाकरण अभियान के बारे में खन्ना ने बताया कि भारत में अभी तक विदेशी वैक्सीन का टीका लगाया जाता था। पहली बार प्रधान मंत्री मोदी ने कोविड जैसी बीमारी की स्वदेश वैक्सीन बनवाई। उत्तर प्रदेश में 14.67 करोड़ लोगों को टीका लग चुका है। उत्तर प्रदेश में अन्य प्रदेशों, जैसे केरल और महाराष्ट्र के मुकाबले कोविड मृत्युदर काफी कम रही है।

आगरा में डेंगू / वायरल बुखार से 100 से अधिक बच्चों की मौत पर खन्ना का कहना था कि डेंगू का नया स्ट्रेन मिला है। इसकी जांच के लिए लखनऊ और दिल्ली से स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आकर इलाज की व्यवस्थाएं देखी हैं। डेंगू के मरीज मिलने पर इलाज, जांच की अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था की गई है। प्रदेश सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है और अपना कर्तव्य निभा रही है।

महंगाई पर उठाये गए प्रश्न को टालते हुए खन्ना ने कहा कि बढ़ती हुई महंगाई से जनता को जल्दी ही राहत मिलेगी।

S Qureshi