भगवान् राम की जन्मस्थली अयोध्या इस बार दीपावली पर आगरा में बने दीयों से जगमग होगी। इन दीयों को जलाकर केवल देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पूरी अयोध्या नगरी के निवासी भी देश की समस्त जनता को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए अपनी ख़ुशी व्यक्त करेंगे।
आगरा में इन मिटटी के दीयों को बनाने का काम पारम्परिक रूप से प्रजापति समाज के लोग आगरा के नाई की मंडी, लोहा मंडी, ताजगंज आदि में करते हैं। इस समय इनकी बस्तियों में खासी चहल – पहल है और कुम्हार मांग के अनुरूप दिए बनाने में दिन – रात एक करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
प्रजापति समाज के भगवान दास ने बताया कि आगरा से दीपक बना कर अयोध्या भेजे जायेंगे और यही दीपक राम जन्मभूमि पर जगमगाएंगे। उन्होंने बताया कि उनका पूरा परिवार इन्हें बनाने में लगा हुआ है। इस बार 8 लाख दीयों का आगरा में आर्डर आया हुआ है।
कुम्हार ईश्वर प्रसाद ने बताया कि लॉक डाउन के समय यह धंधा पूरी तरह चौपट हो गया था। अब भगवान राम की कृपा से काम भरपूर आया हुआ है और उम्मीद है कि इस दीपावली के आर्डर से पूरे साल का खर्चा निकल आएगा। फिलहाल केवल दिए बनाने का काम चल रहा है। कुल्हड़ आदि कम बन रहे हैं। वैसे भी कुल्हड़ और सकोरे की मांग प्लास्टिक के ग्लास और कटोरी आ जाने के बाद काफी कम हो गयी है, लेकिन दिए आज भी मिटटी के ही चाहिए होते हैं। ‘शुक्र है प्लास्टिक में आग लग जाती है, वरना यह धंधा भी ख़त्म हो जाता’, ईश्वर प्रसाद ने हँसते हुए कहा।
यूं तो अधिकतर कुम्हार पारम्परिक रूप से ही दिए आदि बनाने का काम कर रहे हैं, लेकिन धीरे – धीरे इस कला में भी आधुनिकता का पुट आता जा रहा है। बिजली से चलने वाले चाक पर दीपक बनाते हुए कुम्हार कुञ्ज बिहारी ने बताया कि घर के बच्चे और महिलाएं दीपक धूप में सुखाने में लगे हुए हैं। सूखने के बाद इनको गोबर के उपलों की भट्ठी में पकाया जाएगा, जिसके बाद ये तैयार हो जायेंगे।
दीयों के अलावा मिटटी से ही गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और हनुमान की मूर्तियां बनाने का काम भी चल रहा है क्योंकि दीपावली को इन देवताओं की पूजा की जाती है।
सामजिक कार्यकर्ता समीर ने बताया कि नामनेर क्षेत्र में सबसे अधिक मिटटी के दीयों और मूर्तियों की बिक्री होती है और यह मूर्तियों का आगरा का सबसे बड़ा बाजार है। हालांकि अधिकाँश क्षेत्रों में भी अस्थाई दुकानें लगेंगी, लेकिन मूर्तियां अधिकतर यहीं से जाती हैं।
प्रजापति समाज के मुखिया मुरारीलाल प्रजापति ने बताया कि इस बार महंगाई बहुत है. कोरोना महामारी के चलते यह काम पूरी तरह बंद हो गया था। समाज के ज्यादातर लोग भुखमरी की कगार पर आ गए थे। इस समय समाज को आर्थिक सहायता की बेहद जरूरत है। ऐसे में अयोध्या की दीपावली के लिए लाखों दीयों के आर्डर ने हर कुम्हार के घर में खुशियां भर दी हैं, जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धन्यवाद के पात्र हैं।