ताजमहल एक ऐसी विश्व धरोहर है जिसको दुनिया का हर व्यक्ति जीवन में कम से कम एक बार देखने को लालायित रहता है। इस देश की अनमोल धरोहर को हर स्थिति में प्रदूषण आदि से महफूज रखने के लिए देश की तमाम एजेंसियां प्रयासरत हैं।
शायद इसी को दृष्टिगत रखते हुए आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन0 सिंह ने कुछ दिन पहले सभी ईंधन-चलित वाहनों को ताजमहल से 500 मीटर दूर ही रोके जाने के आदेश पारित कर दिए। हालांकि ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहले से ही यह प्रतिबन्ध लागू था, लेकिन ताजमहल से सटी ताजगंज बस्ती में वाहनों को आने-जाने की काफी हद तक छूट मिली हुई थी और यहाँ पर वाहन रोकने के लिए बैरियर ताजमहल के गेट से लगभग सौ मीटर दूर ही लगाए गए थे।
इसके पीछे कारण था ताजगंज में पर्यटकों के लिए बने हुए बेशुमार बजट होटल और रेस्टोरेंट, जहाँ पर्यटक कम खर्च में ताजमहल के समीप रहने का लुत्फ़ उठाते हैं और सुबह – शाम ताजमहल का दीदार करते हैं। यहाँ बने होटलों तक पहुँचने के लिए अभी तक थ्री-व्हीलर ऑटो सबसे मुफीद साधन था लेकिन अब सभी पेट्रोल – डीजल चलित वाहनों पर प्रतिबन्ध लग जाने के बाद पर्यटक वाहनों के साथ – साथ ताजगंज में रहने वालों व उनसे मिलने आने वालों के लिए मुसीबत खड़ी हो गयी है।
ताजगंज वासियों को हो रही इस असुविधा को देखते हुए आगरा छावनी से विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में राजयमंत्री डॉ0 जी एस धर्मेश ने जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एक सवाल के जवाब में मंत्री धर्मेश ने साफ़ किया की किसी भी स्थिति में जिलाधिकारी के इस आदेश का पालन नहीं होने दिया जाएगा। अगर आवश्यकता पड़ी तो इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात की जायेगी।
ताजगंज निवासी फोटोग्राफर मुजीव खान का कहना था कि ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में सैकड़ों परिवार रहते हैं। ज्यादातर के पास ईंधन चलित वाहन हैं। उन परिवारों के लिए जिलाधिकारी का यह आदेश मुसीबत बनकर आया है। पास होने के बावजूद पुरानी मंडी स्थित बैरियर पर हो रही रोक-टोक से यहाँ के निवासियों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। दोपहिया वाहन वालों को तो फिर भी छूट मिल गयी है, लेकिन कार वालों के लिए तो बड़ी तकलीफ़ हो गई है।
एक अन्य ताजगंज निवासी ने बताया कि जिलाधिकारी ने दो दिन पूर्व ही अधिकारियों के साथ बैठक करके ताजमहल के 500 मीटर परिधि में रहने वाले लोगों पर अनेक प्रतिबन्ध लगा दिए हैं। इसमें स्थानीय निवासियों के वाहन सड़क पर न खड़े होने देने का आदेश भी शामिल है। इस सम्बन्ध में स्थानीय निवासियों ने वजयमंत्री की अध्यक्षता में बैठक कर जिलाधिकारी के इस आदेश का कड़ा विरोध किया है।
पूर्व आगरा छावनी विधायक केशो मेहरा ने बताया कि पूर्व में मैंने यहाँ के क्षेत्र और यहाँ के निवासियों के अधिकारों को बचाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय तक पैरवी की थी। उसी पैरवी की वजह से क्षेत्रीय निवासियों को बहुत राहत मिली थी।
हिन्दुस्तानी बिरादरी के सचिव ज़ियाउद्दीन का कहना था कि ताजमहल देश की धरोहर है और इसकी सुरक्षा सर्वोपरि है, लेकिन जिलाधिकारी को कोई भी निर्णय अगर लेना था तो स्थानीय निवासियों से सलाह करके लेना चाहिए था।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव विशाल शर्मा ने स्पष्ट किया कि बैटरी चलित वाहनों पर कोई प्रतिबन्ध नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि वैसे भी बदलती तकनीक के साथ बैटरी के वाहन अधिक प्रचलन में आते जा रहे हैं, और प्रदूषण रहित होने के कारण यह वाहन पर्यावरण एवं ताजमहल के सौंदर्य के लिए सुरक्षित हैं। जहाँ स्थानीय पर्यटन उद्यमी स्थानीय पास-धारक वाहन स्वामियों को प्रशासन द्वारा बैरियर के अंदर तक वाहन ले जाने की छूट दिए जाने की अपील करता है, वहीं स्थानीय निवासियों से भी अनुरोध है कि अधिक से अधिक बैटरी – चलित वाहनों का प्रयोग करें।