फिरोजाबाद जिले में रहस्यमय बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले तीन सप्ताह में जिले में 79 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 60 से अधिक बच्चे हैं जबकि सरकारी आंकड़े अभी भी 50 से कम मौतें बता रहे हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज में 100 हॉस्पिटल बेड में 360 से अधिक मरीज भर्ती हैं।
इस रहस्यमय बुखार, जिसे स्वास्थ्य विभाग डेंगू के संदिग्ध मामले मान कर चल रहा है, से पीड़ित बच्चों की प्लेटलेट्स तेजी से कम हो रहे है। बच्चों में सिर्फ तीन दिन में बुखार जानलेवा रूप ले रहा है। स्वास्थ्य बिगड़ने पर परिजन बच्चों को अस्पताल में भर्ती करा रहे हैं, लेकिन प्लेटलेट्स तेजी से गिरने के कारण प्रतिदिन शहर में बच्चों की मौत हो रही हैं। शहर के अधिकांश निजी अस्पताल भी फुल हो चुके हैं। ऐसे में निजी अस्पतालों से बच्चे अब सरकारी अस्पताल में रेफर किये जा रहे हैं।
इस रहस्यमय बुखार से मेडिकल कॉलेज में चार दिनों में भर्ती होने वालों की संख्या दो गुनी हो गई है। शुक्रवार को अस्पताल में मरीजों की संख्या और बढ़ गई। दोपहर तक वार्डों में 360 बच्चे भर्ती थे। इसमें से 120 से ज्यादा मरीज शुक्रवार को ही भर्ती किये गए। जिनकी हालत में सुधार आया, उनको डॉक्टर्स ने दवा देकर घर जाने को कह दिया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।
लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। संसाधन की कमी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज ने वार्डों में अतिरिक्त बेड डाल दिए। हालत ये है कि मरीज को जहाँ जगह मिल रही है, वहीं इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ संगीता अनेजा ने कहा कि मरीजों कि बढ़ती संख्या को देखते हुए, डॉक्टर्स और स्टाफ अतिरिक्त लगाया गया है।
उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि इस रहस्यमय बुखार से पीड़ित मरीजों को खाली पड़े कोरोना वार्डों में भी भर्ती किया जाए ताकि उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल सुनिश्चित हो सके।
#नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/jb6SGBdO5F
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2021
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश भर में फैले डेंगू और वाइरल बुखार को काबू में न ला पाने पर भाजपा सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया, हालांकि फ़िरोज़ाबाद की जनता सपा मुखिया से कुछ नाराज सी दिखी। कुछ लोगों से बात करने पर इस गुस्से की वजह भी साफ हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद फ़िरोज़ाबाद आकर अस्पताल में मरीजों का हाल-चाल पूछा और व्यवस्था सुधारे जाने के निर्देश दिए, वहीं सपा मुखिया केवल ट्विटर पर भाजपा का विरोध करते नजर आए। स्थानीय सपा नेता भी अधिक सक्रिय नहीं दिखे।