MLA Yogendra Upadhyay

SP Singh Baghel in Agraआगरा में वर्तमान में भाजपा के तीन सांसद, 9 विधायक और दो राजयमंत्री हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी हाई कमान ने सभी सांसद – विधायकों को शायद कड़ी हिदायत दी हुई है कि प्रेस के माध्यम से जनता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साढ़े चार साल के कार्यों से पूरी तरह अवगत कराएं जिससे 2022 में उत्तर प्रदेश में पुनः भाजपा की सरकार का गठन हो सके।

हाई कमान के आदेश का पालन करते हुए सबसे पहले केंद्रीय राजयमंत्री एस पी सिंह बघेल ने पिछले दिनों सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साढ़े चार साल के कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। उसके बाद उत्तर प्रदेश के राजयमंत्री डॉ0 जी एस धर्मेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके योगी के कार्यों के गुणगान  किये, और अब विधायक योगेंद्र उपाध्याय और पक्षालिका सिंह भी मीडिया के सामने प्रस्तुत होकर योगी के कार्यों की प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं।

ऐसा प्रतीत होता है कि बाकी बचे सांसद और विधायक भी जल्दी ही मीडिया के सामने प्रस्तुत होकर उत्तर प्रदेश के अच्छे और ख़ास कामों के कहानी बता सकते हैं। इसी के साथ – साथ प्रति दिन उत्तर प्रदेश शासन के लाखों रुपये के विज्ञापन हर समाचार पत्र में भी दिखाई दे रहे हैं।

इस सन्दर्भ में 105 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक इMLA Yogendra Upadhyayमामुद्दीन का कहना था कि  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा हाई कमान को शायद यह दर है कि चुनाव का समय आते – आते कहीं विपक्षी दल उत्तर प्रदेश की जनता का रुख ही न बदल दें। इसी कारण हाई कमान ने उत्तर प्रदेश के हर जिले के सांसद और विधायक को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि मीडिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यों को विस्तार से समय – समय पर जनता के सामने रखते रहे। लेकिन जनता जब महंगाई की ओर नजर दौड़ती है तो तुरंत ही मोदी / योगी सरकार की ओर से पूरी तरह आँखें बंद करती नजर आती है।

दलित नेता राजकुमार नागरथ ने बताया कि केवल उत्तर प्रदश ही नहीं, बल्कि पूरे देश की जनता जान चुकी है कि आने वाले चुनावों में हमें किस ओर मुड़ना है, लेकिन अभी वह मुंह खोलने से बच रही है। नागरथ ने बताया कि कोरोना महामारी में ऑक्सीजन  की कमी से जिन परिवारों के लोगों की मृत्यु हुई है उनसे आज भी यह कोई पूछने वाला नहीं है कि उनपर क्या गुजर रही है। जिस परिवार का एक ही सदस्य पूरे परिवार का खर्च चलाता था, जब वह मर गया तो आज उस परिवार का लालन / पालन किस तरह हो रहा है।

नागरथ का कहना था कि भाजपा के स्थानीय नेता चुनाव का टिकट प्राप्त करने हेतु जुगत भिड़ाने में लगे हैं जबकि भारी बारिश में आगरा में फैली अव्यवस्था से लोग बुरी तरह दुखी हैं। इस हफ्ते हुई भारी बारिश में एक छह वर्ष की बच्ची नाले में बाह गयी और बड़ी कठिनाई से नाले से उसका शव निकाला जा सका। उस मासूम के घर किसी नेता या अधिकारी ने पहुँच कर अफ़्सोसो भी नहीं जताया। ऐसी बेरुखी के बाद भी अगर भाजपा नेता सोचते हैं कि जनता उनको ही वोट देगी, तो यह उनकी खामख्याली है, और कुछ नहीं।

S Qureshi