उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायतें आम हैं, लेकिन शायद ही कभी किसी अधिकारी अथवा अधीनस्थ कर्मचारी को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा गया है, या सजा हुई है।
इसलिए जब आगरा के बरौली अहीर में लेखपाल से रिश्वत लेते हुए विद्युत विभाग के अवर अभियंता (JE) को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया तो स्थानीय नागरिक अचंभे में पड़ गए। आरोपी अवर अभियंता बिजली का बिल संशोधित करने के लिए लेखपाल से रिश्वत मांग रहा था।
शिकायतकर्ता लेखपाल नेम सिंह ने बताया कि वो लेखपाल के पद पर कार्यरत हैं और आगरा के बरौली अहीर गाँव में निवास करते हैं, जहाँ उनकी खेती भी है। हाल ही में उनके पास एक विद्युत बिल आया जिसमें उनपर 2.72 लाख रुपये का विद्युत बकाया निकाल दिया गया। उन्होंने विद्युत उप केंद्र के अवर अभियंता (JE) गगन कुमार गुप्ता से नौ अगस्त को संपर्क किया और उनसे बिल सही करा कर देने को कहा। इस पर अवर अभियंता (JE) गगन कुमार गुप्ता ने उनसे एक लाख रुपये रिश्वत मांगी। उन्होंने अपने लेखपाल होने की जानकारी दी। लेकिन अवर अभियंता रिश्वत की माँग पर अड़ा रहा।
नेम सिंह का कहना है कि काफी मिन्नतों के बाद उक्त अवर अभियंता (JE) 50 हजार रुपये में बिल संशोधन को तैयार हुआ। उन्होंने बिल कम करने के नाम पर वसूली करने वाले अवर अभियंता की शिकायत एंटी करप्शन विभाग में दो दिन की। विभाग के अधिकारियों को अवर अभियंता द्वारा मांगी जा रही रिश्चत की रिकार्डिंग सुनाई। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया और रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।