Spurious Liquor deaths in Agra पिछले दिनों जहरीली शराब पीने से अलीगढ़ में हुई दर्जनों मौतों का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि आगरा के डौकी और देवरी क्षेत्र के गांवों में पिछले 48 घंटों में हुईं आठ मौतों ने फ़िर से दिल दहला दिया है। जहाँ गाँव वाले आरोप लगा रहे हैं कि यह मौतें पुलिस संरक्षण में गांवों में हो रही अवैध शराब (Spurious Liquor) की बिक्री के कारण हुई हैं, वहीं आगरा प्रशासन ने इन्हें अत्यधिक शराब पीने से हुई मौतें बताया है। प्रशासन अभी इन गांवों में मौजूद देशी-विदेशी शराब के ठेकों के स्टॉक की जांच में व्यस्त है। पुलिस ने कुल छह मौतों की पुष्टि की है जिनमें से पांच लोगों के शवों के पोस्टमार्टम कराए गए हैं।

आबकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार पुलिस ने ग्राम कौलारा कलाँ और नगला भोला में दो-दो ठेकों पर सील लगाई है और वहाँ मौजूद शराब और स्टॉक रजिस्टर का मिलान कराया जा रहा है। वहाँ मौजूद शराब की भी जाँच प्रयोगशाला में कराई जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार गाँव में पी जाने वाली शराब अधिकतर इन्हीं ठेकों से खरीदी जाती है, हालांकि वे यह नहीं बताया सके कि अगर इन्हीं ठेकों से बिकने वाली शराब में कमी थी तो केवल आठ मौतें ही क्यों हुईं।

गाँव वालों का आरोप है कि इन ठेकों के अलावा भी गाँव में शराब की अवैध बिक्री (Spurious Liquor) धड़ल्ले से होती है और इन शराब तस्करों पर शायद ही कभी कोई पुलिस कार्यवाही होती हो। बीते 48 घंटों में शराब पीने से हुई मौतों के लिए भी गाँव वाले इसी अवैध शराब की बिक्री को जिम्मेदार मान रहे हैं। पिछले दिनों किसी गाँव वाले ने एक मकान से हो रही शराब की अवैध बिक्री का एक वीडियो भी वायरल किया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। अगर कार्यवाही हुई होती तो शायद यह हादसा न होता।

Officials visited Kaulara Kalan villageउधर पुलिस इन मौतों को अत्यधिक शराब सेवन से हुई मौतें मान रही है। मृतक अनिल, रामवीर और गंगा प्रसाद का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है और विसरा की जांच करवाई जा रही है, जिसमें मिथाइल एल्कोहॉल की जाँच होगी। अगले एक-दो दिन में रिपोर्ट आने की उम्मीद है जिससे साफ हो जाएगा कि कि शराब जहरीली (Spurious Liquor) थी अथवा इन लोगों ने अत्यधिक शराब पी ली थी।

ताजगंज के देवरी गाँव में भी चार मौतें होने की सूचना मिली। ताराचंद की रविवार रात को मौत हुई, जिसके बाद चंद्रभान उर्फ चंदू कुशवाहा, राम सहाय और सुनील की भी तबीयत खराब हो गई। रामसहाय और चंद्रभान की कुछ देर बार मौत होने पर उनके शवों का परिवार ने अंतिम संस्कार कर दिया। सुनील की मौत मंगलवार को होना बताया जा रहा है।  पुलिस ने ताराचंद और सुनील के शवों का पोस्टमॉर्टम कराया है जिनमें से ताराचंद की मौत फेफड़ों की बीमारी से होना आया है। चंद्रभान भी काफी सामे से बीमार चल रहे थे। सुनील की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने साफ किया है कि ग्राम कौलारा कलाँ के मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहरीली शराब के मृत्यु होना साबित नहीं हुआ है। विसरा जांच के बाद स्थिति और साफ हो जाएगी। पुलिस एवं आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अवैध शराब (Spurious Liquor) की बिक्री पर कड़ाई से रोक लगाएँ और कार्यवाही करें, जिसके लिए टीमें गठित की गई हैं। प्रभावित गांवों के आसपास के गांवों में भी पता कराया जा रहा है कि कहीं कोई अप्रत्याशित मौत तो नहीं हुई है, क्योंकि सील किए गए ठेकों से आसपास के अन्य गांवों के लोग भी शराब खरीदते हैं। अगर शराब पीने से मौत हुई होगी तो आसपास के गांवों में भी ऐसा हुआ हो सकता है। फिलहाल केवल कौलारा कलाँ के मृतकों की जाँच की गई है, देवरी रोड क्षेत्र में हुई मौतों की जाँच जारी है।

उल्लेखनीय है कि कौलारा कलां और मजरा बरकुला गांवों में कुल चार मौतें शराब पीने के कारण हुई बताई जा रही हैं। जिन परिवारों में यह हादसा हुआ वहाँ पर मृतक ही कमाने वाले सदस्य थे। जहाँ अनिल दूध सप्लाई और मजदूरी का काम करता था, वहीं राधेश्याम, रामवीर और गया प्रसाद भी दिहाड़ी मजदूर थे।  ग्रामवासी इन मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता और मुआवजा प्रदान किए जाने की माँग कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गाँव का दौरा कर मृतकों के परिवारों को शासन की ओर से 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिए जाने की माँग की।

Officials visited Kaulara Kalan village

बताया जा रहा है कि चारों मृतक रविवार रात को ही शराब खरीद कर लाए थे और साथ बैठकर पी थी। 24 घंटे के भीतर चारों को लगभग एक जैसे लक्षण, जैसे उल्टी-पेटदर्द होना, आने लगे। राधेश्याम (35) की मौत सोमवार शाम चार बजे शांति मांगलिक अस्पताल में हुई जबकि अनिल (45) की मौत रात 11 बजे के लगभग हुई। राधेश्याम के घरवालों ने पुलिस को बताए बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया जबकि अनिल के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की लिए भेज दिया। गयाप्रसाद (48) को पेट में जलन, घबराहट और दिखाई देने में समस्या हो रही थी जिसके बाद उसे इलाज के लिए फीरोजाबाद ले जाया गया और वहाँ शाम 7 बजे उसकी मौत हो गई। रामवीर (40) की मौत भी सोमवार को शाम 4 बजे जी आर अस्पताल में हो गई। इन दोनों के शव भी पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए। परिवारीजनों के अनुसार इन चारों ने किसी ठेके से नहीं, बल्कि कौलारा कलाँ के किसी घर से शराब (Spurious Liquor) खरीद कर पी थी।

Jyotsna Sharma
Jyotsna Sharma

Jyotsna Sharma joined Agra24 as a journalist in 2021. Before Agra24, she has worked as the Agra correspondent for Lucknow-based Hindi daily Rashtriya Swaroop, and India Monthly magazine.

By Jyotsna Sharma

Jyotsna Sharma joined Agra24 as a journalist in 2021. Before Agra24, she has worked as the Agra correspondent for Lucknow-based Hindi daily Rashtriya Swaroop, and India Monthly magazine.